योग दिवस, शिक्षक दिवस की तर्ज पर ‘नारी सुरक्षा दिवस’ मनाए जाए, कहीं न कहीं हमारे समाज में कुछ कमी हैः कहकशां परवीन
By भाषा | Published: December 6, 2019 01:50 PM2019-12-06T13:50:36+5:302019-12-06T13:50:36+5:30
जद(यू) की कहकशां परवीन ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि महिलाओं को हमारे शास्त्रों में बहुत ऊंचा स्थान दिया गया है और देश में उनका सम्मान करने की परंपरा रही है। उन्होंने कहा ‘‘दूसरी ओर महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
राज्यसभा में शुक्रवार को जद(यू) की एक सदस्य ने योग दिवस, शिक्षक दिवस की तर्ज पर ‘‘नारी सुरक्षा दिवस’’ मनाए जाने और महिलाओं की सुरक्षा के लिए व्यापक अभियान चलाए जाने की मांग की।
जद(यू) की कहकशां परवीन ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि महिलाओं को हमारे शास्त्रों में बहुत ऊंचा स्थान दिया गया है और देश में उनका सम्मान करने की परंपरा रही है। उन्होंने कहा ‘‘दूसरी ओर महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
यह दुखद है और देश के लोग आक्रोशित हो कर सड़कों पर आते हैं। कहीं न कहीं हमारे समाज में कुछ कमी है।’’ परवीन ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से कई कदम उठाए जाने के बावजूद उनके खिलाफ अपराध की घटनाएं रुक नहीं रही हैं।
उन्होंने मांग की कि योग दिवस, शिक्षक दिवस की तर्ज पर सप्ताह में एक दिन ‘‘नारी सुरक्षा दिवस’’ मनाया जाना चाहिए तथा महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक व्यापक अभियान भी चलाया जाना चाहिए ताकि लोग जागरूक हो सकें। विभिन्न दलों के सदस्यों ने कहकशां परवीन के इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध किया।