वीरता पुरस्कार से मिलने पर CRPF सहायक कमांडेंट ने भावुक होकर कहा- मैं यह पदक अपने शहीद साथी मोहम्मद यासीन को समर्पित करता हूं
By अनुराग आनंद | Published: August 15, 2020 08:42 PM2020-08-15T20:42:26+5:302020-08-15T20:42:26+5:30
सहायक कमांडेंट नरेश कुमार के नेतृत्व में हुए इस ऑपरेशन में पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवानों की मौत के बाद 18 फरवरी 2019 को पुलवामा के पिंजन में चले सेना के ऑपरेशन में 3 आतंकियों को मार गिराया गया।
नई दिल्ली:स्वतंत्रता दिवस से पूर्व भारत सरकार ने देश भर में अपना पराक्रम व शौर्य दिखाते हुए दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाले वीर जवानों को सम्मानित किया। आजादी की पूर्व संध्या पर देश भर के ऐसे कुल 87 वीर सैनिकों को वीरता पुरस्कारों से नवाजा गया है।
सम्मानित होने वाले वीरों की इस लिस्ट में एक नाम CRPF सहायक कमांडेंट नरेश कुमार का भी था। इससे पहले भी करीब 6 बार नरेश कुमार को वीरता सम्मान मिल चुका है।
इस बार यह सम्मान मिलते ही भावुक होकर उन्होंने कहा कि मैं अपना पदक अपने दोस्त मोहम्मद यासीन तेली को समर्पित करना चाहूंगा। वे पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए। मेरी टीम और मैंने एक ऑपरेशन में 3 JeM आतंकियों को मार गिराया जिसके लिए मुझे PMG से सम्मानित किया गया है।
मैं अपना पदक अपने दोस्त मोहम्मद यासीन तेली को समर्पित करना चाहूंगा। वे पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए। मेरी टीम और मैंने एक ऑपरेशन में 3 JeM आतंकियों को मार गिराया जिसके लिए मुझे PMG से सम्मानित किया गया है :7वीं बार वीरता पुरस्कार से सम्मानित CRPF सहायक कमांडेंट नरेश कुमार pic.twitter.com/UZ9G0jHN68
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 15, 2020
सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट नरेश कुमार ने कहा कि मेरे माता-पिता को खबर से जानकारी मिलती थी कि मैं किसी ऑपरेशन में हूं। घर पर सभी लोग चिंता करने लगते थे। ऑपरेशन के दौरान किसी से बात करना संभव नहीं होता है, लेकिन मैं ऑपरेशन खत्म करने के ठीक बाद घरवालों से बात करता हूं। माता-पिता चिंतित हो जाते हैं लेकिन, राष्ट्र पहले आता है।
बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवानों की मौत के बाद 18 फरवरी 2019 को पुलवामा के पिंजन में चले सेना के ऑपरेशन में 3 आतंकियों को मार गिराया गया। मुठभेड़ में सेना के एक मेजर सहित 5 जवान शहीद हो गए थे।
इसके अलावा, शहीद होने वालों में जम्मू-कश्मीर पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल अब्दुल रशीद कलस भी शामिल थे। रशीद ने 12 घंटे तक चली मुठभेड़ में पुलवामा हमले के मास्टर माइंड अब्दुल रशीद गाजी और उसके साथी को मार गिराया था।