ओमीक्रोन वेरिएंट पर बड़ा अपडेट, खुद को दो 'वंश' में बांटा वायरस ने, जानिए ये कितना खतरनाक?
By विनीत कुमार | Published: December 8, 2021 01:23 PM2021-12-08T13:23:45+5:302021-12-08T13:57:47+5:30
कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर ये जानकारी सामने आई है कि इसने खुद को बांट लिया है। इसके दो वंश सामने आने की जानकारी मिली है।
नई दिल्ली: कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट पर जारी दुनिया भर में चिंता के बीच इसे लेकर नई जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार ओमीक्रोन वेरिएंट ने खुद को दो 'वंशावली' (Lineages)- BA.1 और BA.2 में बांट दिया है। ऐसा ही डेल्टा वेरिएंट के साथ देखने को मिला था। BA.1 जहां मूल वंश है वहीं, नए BA.2 में करीब 24 म्यूटेशन मिले हैं।
वायरस में वेरिएंट जहां वायरल जीनोम (जेनेटिक कोड) है वहीं उसकी 'वंशावली' का मतलब उसी तरह का एक और करीबी वायरस का प्रकार है, जिसके 'पूर्वज' समान हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ओमीक्रोन वेरिएंट के अलग 'वंश' आने को चिंताजनक नहीं बताया है।
एक्सपर्ट के अनुसार वेरिएंट के दो अंशा सामने आना वैज्ञानिकों के लिहाज से रोचक है उन्हें इससे वायरस के बारे में और समझ हासिल करने में ज्यादा मदद मिलेगी।
🦠The B.1.1.529 #Omicron lineage is now split to BA.1 and BA.2 . BA.1 will now have the original lineage and BA.2 will encomapss the new outlier with around 24 mutations.
— Vinod Scaria (@vinodscaria) December 7, 2021
🔴 PS: This is for better epidemiological surveillance & nothing to be scared yet. https://t.co/4y1RVf5Ej8
ओमीक्रोन वेरिएंट के बारे में सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका से जानकारी सामने आई थी। पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका की ओर इसके बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन को जानकारी दी गई थी और तब से भारत समेत दो दर्जन से ज्यादा देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। ओमीक्रोन वेरिएंट में 50 म्यूटेशन तक की बात सामने आई है।
डेल्टा वेरिएंट में 100 वंशावली की आई थी जानकारी
ओमीक्रोन से पहले भारत में कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा वेरिएंट के भी दो और तीन वंश में बंटने की बात सामने आई थी। इसमे डेल्टा प्लस भी शामिल था। बाद में इसके 100 वंशावलियों में बंटने की जानकारी सामने आई लेकिन इसने लोगों पर खास प्रभाव नहीं डाला।
बहरहाल, अलग-अलग वंशावली में कुछ बातें दोनों प्रकारों के वायरस में समान होते हैं तो कुछ दोनों में अलग-अलग होते हैं। दिलचस्प बात यह है कि ओमीक्रोन में जहां एक वंश (बीए.1) एस-जीन टार्गेट फेल्योर या एसजीटीएफ (SGTF) देता है, जो मौजूदा आरटी-पीसीआर टेस्ट के माध्यम से ओमीक्रोन वेरिएंट की पहचान करने में मदद करता है, तो वहीं दूसरा (बीए.2) एसजीटीएफ नहीं देता है।