कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से अधिक गंभीर नहीं है ओमीक्रोन: शीर्ष अमेरिकी वैज्ञानिक
By विशाल कुमार | Published: December 8, 2021 08:30 AM2021-12-08T08:30:56+5:302021-12-08T08:32:26+5:30
दुनियाभर से महामारी विज्ञान के आंकड़ों के हवाले से शीर्ष अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. एंथनी फाउची ने कहा कि ओमीक्रोन से दोबारा संक्रमण हो सकता है और यह टीकाकरण से प्रतिरक्षा से बचने में बेहतर है।
वाशिंगटन: शीर्ष अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. एंथनी फाउची ने मंगलवार को कहा कि शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि कोविड-19 ओमीक्रोन वैरिएंट पहले के वैरिएंट से गंभीर नहीं है और संभवतः हल्का है और चेतावनी देते हुए कहा कि इसकी गंभीरता का पता लगाने में कई सप्ताह लगेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के मुख्य चिकित्सा सलाहकार ने ओमीक्रोन को तीन भागों में बांटा जिसमें यह कितनी तेजी से फैल सकता है, यह पहले के संक्रमण से हासिल प्रतिरोधक क्षमता से कितना बच सकता है और बीमारी की गंभीरता शामिल है।
उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट के साफ तौर पर डेल्टा की तुलना में बहुत अधिक फैलने की संभावना है. दुनियाभर से महामारी विज्ञान के आंकड़ों के हवाले से डॉ. फाउची ने कहा कि ओमीक्रोन से दोबारा संक्रमण हो सकता है और यह टीकाकरण से प्रतिरक्षा से बचने में बेहतर है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (एनआईएआईडी) के लंबे समय के निदेशक फाउची ने कहा कि ओमीक्रॉन के खिलाफ मौजूदा टीकों से एंटीबॉडी की शक्ति का परीक्षण करने वाले प्रयोगशाला प्रयोगों के परिणाम अगले कुछ दिनों से एक सप्ताह तक आने चाहिए।
वहीं ओमीक्रोन की गंभीरता के सवाल उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से डेल्टा वैरिएंट से अधिक गंभीर नहीं है। कुछ ऐसे संकेत मिलते हैं कि यह कम गंभीर भी हो सकता है, क्योंकि जब आप दक्षिण अफ्रीका के कुछ समूहों को देखते हैं, तो संक्रमणों की संख्या और अस्पतालों की संख्या के बीच का अनुपात डेल्टा की तुलना में कम लगता है।
हालांकि, उन्होंने इन आंकड़ों पर बहुत अधिक भरोसा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि कई बीमारियां कुछ हफ्तों बाद विकसित होती हैं.