लोकसभा स्पीकर होंगे बीजेपी सांसद ओम बिरला, गुजरात-राम मंदिर आंदोलन से है पुराना संबंध
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 18, 2019 10:09 AM2019-06-18T10:09:19+5:302019-06-18T11:47:27+5:30
लोकसभा चुनाव 2019 में ओम बिरला 279677 वोटों के अंतर से अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी को शिकस्त देने में कामयाब रहे। इस सीट पर कुल 15 प्रत्याशी मैदान में थे। भारतीय जनता पार्टी के ओम बिरला को 800051 वोट मिले।
राजस्थान के कोटा से बीजेपी सांसद ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष होंगे। नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल ने भी एनडीए प्रत्याशी ओम बिरला को समर्थन देने का ऐलान किया है। और 57 वर्षीय ओम बिरला तीन बार विधायक रह चुके हैं और कोटा से लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं।
राजनीतिक करियर
ओम कृष्ण बिरला (4 दिसम्बर 1962) भारत के राजस्थान से एक राजनीतिज्ञ और वर्तमान में कोटा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से 17वीं लोकसभा के सांसद हैं। वे 2003, 2008 व 2013 में 12वीं, 13वीं एवं 14वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। वर्ष 2004 से 2008 तक राजस्थान सरकार में वह संसदीय सचिव रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता युवा मोर्चा से शुरू की थी। वह छह सालों तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे हैं।
गुजरात भूकंप में किया था काम
ओम बिरला की वेबसाइट www.ombirla.com के अनुसार उन्होंने 26 जनवरी 2001 को गुजरात में आये भयंकर भूकम्प पीड़ितों की सहायतार्थ चिकित्सकों सहित लगभग 100 से अधिक स्वयंसेवकों के राहत दल का नेतृत्व करते हुए लगातार 10 दिनों तक दिन रात भूकम्प पीड़ितों की सहायता की थी। इसके अलावा उनकी वेबसाइट पर परिचय में यह लिखा है कि राम मंदिर निर्माण आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए उत्तरप्रदेश की विभिन्न जेलों में यातनाऐं भोगी।
लगातार दूसरी बार बने सांसद
लोकसभा चुनाव 2019 में ओम बिरला 279677 वोटों के अंतर से अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी को शिकस्त देने में कामयाब रहे। इस सीट पर कुल 15 प्रत्याशी मैदान में थे। भारतीय जनता पार्टी के ओम बिरला को 800051 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस के राम नारायण मीणा 520374 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। लोकसभा चुनाव 2014 में उन्होंने कांग्रेस सांसद इज्यराज सिंह को शिकस्त दी थी।