दिल्ली में शुरू हो रही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी होंगी कुलपति, सीएम केजरीवाल ने दी बधाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 23, 2021 09:40 PM2021-06-23T21:40:38+5:302021-06-23T21:42:21+5:30
दिल्ली सरकार ने 2000 के सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली मल्लेश्वरी को मंगलवार को इस पद पर नियुक्त किया है।
नई दिल्लीः मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी से बुधवार को मुलाकात कर उन्हें दिल्ली खेल विश्वविद्यालय की पहली कुलपति नियुक्त किये जाने की बधाई दी।
एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है। दिल्ली सरकार ने 2000 के सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली मल्लेश्वरी को मंगलवार को इस पद पर नियुक्त किया है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य एथलीटों की एक खेप तैयार करना है जो ओलंपिक खेलों में राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करें।
This is the first time perhaps, an institution dedicated to sports, is being headed by an Olympic medalist. I wish other entities like sports federations emulate this example. I hope this move by @ArvindKejriwal will benefit sports fraternity immensely. @msisodia@AtishiAAPhttps://t.co/wMouHzeJzu
— Saurabh Mishra (@SaurabhOpines) June 23, 2021
विश्वविद्यालय के अधिकारी प्रतिभा की खोज और छात्रों के बीच संभावित एथलीटों की पहचान करने के लिए स्कूलों का दौरा करेंगे। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी शुरू हो रही है। हमारा बहुत बड़ा सपना पूरा हुआ। मुझे यह कहते हुए बेहद गर्व है कि ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी जी पहली कुलपति होंगी।
आज उनके साथ मुलाक़ात हुई और विस्तार से चर्चा हुई।’’ सिसोदिया ने ट्वीट किया, ''ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी को दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की पहली कुलपति नियुक्ति करने की घोषणा करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना का हमारा उद्देश्य अपने देश में ऐसे एथलीट तैयार करना है जो हमारे देश को गौरवान्वित करें।''
उन्होंने कहा, ''हम एक ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं जहां खेल फलें-फूलें और हमारे खिलाड़ियों को उस स्तर पर ले जाएं जहां वे कम से कम 50 पदक दिलाएं ताकि हम भारत में 2048 ओलंपिक की मेजबानी कर सकें।'' मल्लेश्वरी ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारी छात्रों की पहचान करेंगे और उनके कौशल का उस खेल से मिलान करेंगे, जिसके लिए वे उपयुक्त हैं।
उन्होंने कहा, ''स्कूल खुलने के बाद हम दौरा कर खेलों में रुचि रखने वाली प्रतिभाओँ की तलाश करेंगे। ऐसे कई बच्चे हैं, जो खेलों में गहरी रुचि रखते हैं लेकिन बुनियादी ढांचे की कमी के कारण अपने सपने को पूरा करने में असमर्थ हैं।''