ओडिशा ट्रेन हादसा: कोरोमंडल एक्सप्रेस के चालक को आया होश, बाल-बाल बचा मालगाड़ी का गार्ड
By अंजली चौहान | Published: June 5, 2023 10:07 AM2023-06-05T10:07:04+5:302023-06-05T10:10:08+5:30
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में अब तक 280 से ज्यादा लोगों की जान चली गई और हजारों लोग घायल बताए जा रहे हैं।

फाइल फोटो
बालासोर: ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर में कई लोगों की जान चली गई, जबकि अन्य घायल हैं। इस बीच, दुर्घटनाग्रस्त हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस के चालक को होश आ गया है। हादसे का शिकार हुआ चालक होश में आने के बाद ठीक है और वह बात कर पा रहा है।
रेलवे बोर्ड ने पुष्टि की है कि उनकी हालत अब ठीक है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, संचालन और व्यवसाय विकास के रेलवे बोर्ड के सदस्य जया वर्मा सिन्हा के साथ चालक की बातचीत हुई।
अधिकारी ने सूचना दी कि वह होश में आ गए हैं उस समय वह एकदम ठीक थे। हालांकि, उनकी हालत बाद में गंभीर हो गई और वह अब अस्पताल में भर्ती हैं।
जानकारी के अनुसार, कोरोमंडल एक्सप्रेस में लोको पायलट जीएन मोहंती हजारी बेहरा सहायक लोको पायलट थे। दोनों बेहद गंभीर रूप से घायल है।
चश्मदीद यशवंतपुर के टीटी के अनुसार, हादसे से पहले पीछे एक आवाज सुनी लेकिन जब तक उन्हें कुछ समझ आया तब तक ए1 कोच के बाद दो सामान्य कोच और गार्ड कोच पटरी से उतर गए।
कोरोमंडल एक्सप्रेस की चपेट में आई मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई हालांकि गार्ड को कुछ नहीं हुआ क्योंकि जिस समय हादसा हुआ गार्ड कोच में नहीं था।
भारतीय रेलवे के नियम के अनुसार, मालगाड़ी के गार्ड और ड्राइवर गाड़ी को कहीं खड़ी होने पर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। इसलिए ये लोग ट्रेन के बाहर थे और उसका निरीक्षण कर रहे थे। वह अपना काम कर रहे थे और इसी कारण उनकी जान बच गई।
बताया जा रहा है कि हादसे के चश्मदीद गार्ड और ड्राइवर का कहना है कि कोरोमंडल चालक की कोई गलती नहीं थी, चूंकि शुरुआती जांच कुछ 'सिग्नलिंग इंटरफेरेंस' की ओर इशारा करती है, जिसके कारण कोरोमंडल लूप लाइन ले गया जहां मालगाड़ी खड़ी थी।
रेलवे बोर्ड ने कोरोमंडल एक्सप्रेस चालक को क्लीन चिट दे दी है। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने पुष्टि की कि ट्रेन अपनी गति सीमा के भीतर थी और किसी भी सिग्नल को जंप नहीं किया।