ओडिशा रेल हादसा: बालासोर में तीन ट्रेनों की टक्कर के बाद फिर से पटरी पर दौड़ी रेल, सुचारू रूप से दोबारा शुरू की गई यात्री ट्रेन
By अंजली चौहान | Published: June 5, 2023 10:45 AM2023-06-05T10:45:08+5:302023-06-05T10:52:29+5:30
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में अब तक 280 से ज्यादा लोगों की जान चली गई और हजारों लोग घायल बताए जा रहे हैं
बालासोर: ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की टक्कर के बाद सोमवार को भारतीय रेलवे ने बालासोर के बहानगा गांव में पटरियों पर यात्री ट्रेनों को चलाना शुरू कर दिया है।
ट्रेनों की टक्कर के कारण यह ट्रेक बुरी तरह से प्रभावित था जिसपर रेलवे ने फौरन काम करते हुए दोबारा आवाजाही शुरू करने का काम कर दिया है। युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य शुरू होने के बाद मरम्मत की गई पटरियों पर यात्री ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू हो गया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यात्रियों और चालक दल का हाथ हिलाकर उनकी सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना की।
#WATCH | Indian Railways has started running passenger trains on the tracks which were affected due to #TrainAccident in Odisha’s Balasore pic.twitter.com/E9NTCv1ieO
— ANI (@ANI) June 5, 2023
बालासोर हादसे पर अपनी नजर बनाए हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को एक मालगाड़ी के चालक दल का अभिवादन किया और सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना की, क्योंकि बालासोर में ट्रेन दुर्घटना के 51 घंटे बाद सेवाएं फिर से शुरू हुईं। रविवार देर रात अप और डाउन लाइनों पर सेवाएं शुरू हो चुकी हैं।
कैसे हुआ हादसा?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुई है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिग्नल तंत्र एक ऐसी व्यवस्था है जो पटरियों की व्यवस्था के माध्यम से ट्रेनों के बीच परस्पर विरोधी आंदोलनों को रोकता है।
यह मूल रूप से संकेतों को अनुचित क्रम में बदलने से रोकने के लिए एक सुरक्षा उपाय है। इस प्रणाली का उद्देश्य यह है कि किसी भी ट्रेन को तब तक आगे बढ़ने का संकेत नहीं मिलता जब तक कि मार्ग सुरक्षित साबित न हो जाए।
केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि जिस तरह से यह दुर्घटना हुई परिस्थितियों को देखते हुए और प्रशासनिक जानकारी के अनुसार रेलवे बोर्ड सीबीआई से जांच की सिफारिश कर रहा है।
बता दें कि घटना 2 जून शुक्रवार को शाम 7 बजे के करीब हुई थी। जिस दौरान ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हुई उस समय वह बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास कोलकाता से लगभग 250 किमी दक्षिण और भुवनेश्वर से 170 किमी उत्तर में हुई।
इसमें बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच भीषण टक्कर हो गई। हादसे में अब तक 280 से अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना हैं, वहीं 1000 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।