खुशखबरी! दिल्ली में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 36 दिनों के न्यूनतम स्तर पर पहुंची

By भाषा | Published: July 16, 2020 12:50 AM2020-07-16T00:50:40+5:302020-07-16T06:10:28+5:30

स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बुधवार को 22,528 नमूनों (6,564 आरटी-पीसीआर जांच और 15,964 रैपिड एंटीजन जांच) की जांच की गई। केजरीवाल के मुताबिक सरकार ने आक्रमक तरीके से कोविड-19 जांच की संख्या बढ़ाकर 20 हजार से 23 हजार नमूनों की जांच रोजाना की है।

number of under-treated patients in Delhi reached a minimum level of 36 days | खुशखबरी! दिल्ली में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 36 दिनों के न्यूनतम स्तर पर पहुंची

जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते दंत चिकित्सा संकाय में मरीजों के लिए 16 जुलाई से टेली-परामर्श सेवा (फोन के जरिये परामर्श) शुरू की जाएगी। 

Highlightsअरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 स्थिति जून के मुकाबले अब बेहतर हैदिल्ली में बुधवार को 1,647 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई

नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 स्थिति जून के मुकाबले अब बेहतर है, लेकिन वायरस के खिलाफ जंग अभी तक जीती नहीं गई है। दिल्ली में बुधवार को 1,647 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई जिन्हे मिलाकार कुल संक्रमितों की संख्या 1,16,993 हो गई है।

हालांकि, उपचाराधीन मरीजों की संख्या 36 दिनों के निचले स्तर 17,807 पर आ गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में लगातार यह पांचवा दिन है जब नये मामलों की संख्या 1000 से 2000 के बीच रही। वहीं बुधवार को 41 और लोगों की मौत की वजह से दिल्ली में महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या 3,487 तक पहुंच गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बुधवार को 22,528 नमूनों (6,564 आरटी-पीसीआर जांच और 15,964 रैपिड एंटीजन जांच) की जांच की गई। केजरीवाल के मुताबिक सरकार ने आक्रमक तरीके से कोविड-19 जांच की संख्या बढ़ाकर 20 हजार से 23 हजार नमूनों की जांच रोजाना की है।

मुख्यमंत्री ने मीडिया को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की गणना के अनुसार दिल्ली में 15 जुलाई तक 2.25 लाख मामले होने की आशंका थी, लेकिन मौजूदा समय में सिर्फ 1.15 लाख मामले हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली सरकार ने अकेले कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ी तो उन्होंने कहा कि हम असफल हो जाते और इसलिए हमने भाजपा नीत केंद्र सरकार, गैर सरकारी संगठनों और अन्य संगठनों से सहयोग मांगा। हमारा पहला सिद्धांत था कि लड़ाई को अकेले नहीं लड़ा जा सकता है।

केजरीवाल ने कहा कि जून के पहले हफ्ते में मामले बढ़ने के साथ उम्मीद की जा रही थी कि 15 जुलाई तक कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1.34 लाख हो जाएगी, लेकिन मंगलवार तक केवल 18,600 उपचाराधीन मरीज थे। बुधवार को उपचाराधीन मरीजों की संख्या में और कमी आई।

उन्होंने कहा कि जून के मुकाबले हम बेहतर स्थिति में हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमने यह लड़ाई (कोविड-19 के खिलाफ) जीत ली है। हमे अभी लंबा फासला तय करना है। केजरीवाल ने कहा कि कोविड-19 के मामले फिर बढ़ सकते हैं। हमें संतुष्ट नहीं होना है। हमें पूरी तरह तैयार होना होगा। उन्होंने कहा कि हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस ‘दिल्ली मॉडल’ की तारीफ की, वह आप सरकार, केंद्र सरकार , अन्य संगठन और सभी राजनीतिक पार्टियों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है।

केजरीवाल ने सहयोग के लिए भाजपा और कांग्रेस का शुक्रिया अदा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दिल्ली सरकार ने यह महसूस किया कि यह लड़ाई अकेले नहीं जीती जा सकती है तो उसने तीन सिद्धांतों पर काम करना शुरू किया। उन्होंने कहा, ‘‘ अगर दिल्ली सरकार यह सोचती कि वह अकेले कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीत लेगी तो हम इसमें विफल हो जाते। हमारा पहला सिद्धांत यह था कि हम यह लड़ाई अकेले नहीं जीत सकते हैं। हमारा दूसरा सिद्धांत यह था कि हमारे काम के बारे में अगर हमारे आलोचक अपने विचार रखते हैं तो हम उनकी आलोचना नहीं करेंगे। अगर कोई किसी खामी की ओर इशारा करता है तो हम उसमें सुधार करेंगे। हमारा तीसरा सिद्धांत था कि हम हार नहीं मानेंगे। अगर हम हार स्वीकार कर लेते तो मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी होती।’’ सरकार की घर में ही पृथकवास की नीति की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस वजह से लोग बड़ी संख्या में जांच के लिए आ रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ अभी कोविड देखभाल केंद्रों में 15,500 बिस्तर हैं। एक जून को हमारे पास सिर्फ 300 आईसीयू बिस्तर थे लेकिन आज हमारे पास 2,100 आईसीयू बिस्तर हैं जिनमें से 1,000 पर मरीज हैं।’’ हालिया घटनाक्रम में दिल्ली सरकार के गुरु तेग बहादुर अस्पताल ने कहा कि जल्द ही वह प्लाजमा बैंक शुरू करेगा जो राष्ट्रीय राजधानी में ऐसा तीसरा बैंक होगा।

सरकार द्वारा संचालित पूर्वी दिल्ली के सबसे बड़े चिकित्सा केंद्र जीटीबी अस्पताल के नोडल अधिकारी बिनय भूषण ने कहा कि अस्पताल को प्लाज्मा बैंक शुरू करने के लिये उपकरण, कर्मचारी मिल चुके हैं और तरीका भी बता दिया गया है।

भूषण ने कहा, “अस्पताल में पहले ही एक रक्त बैंक हैं जो पूर्वी दिल्ली क्षेत्र की मांग को पूरा करता है। इस केंद्र का इस्तेमाल प्लाज्मा के संग्रहण और भंडारण के लिये किया जा सकता है।” मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो जुलाई को यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) में दिल्ली का पहला प्लाज्मा बैंक शुरू किया था।

इसी हफ्ते उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में दूसरे प्लाज्मा बैंक का उद्घाटन किया था। जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते दंत चिकित्सा संकाय में मरीजों के लिए 16 जुलाई से टेली-परामर्श सेवा (फोन के जरिये परामर्श) शुरू की जाएगी। 

Web Title: number of under-treated patients in Delhi reached a minimum level of 36 days

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