उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर में अब शीघ्र दर्शन करने वाले वीआईपी को देना होगा इतना शुल्क
By बृजेश परमार | Published: January 31, 2023 08:46 PM2023-01-31T20:46:35+5:302023-01-31T20:50:24+5:30
01 फरवरी बुधवार से इस नियम पर मंदिर समिति अमल करेगी। मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में मध्य प्रदेश शासन के 21 जनवरी, 2011 को प्रकाशित गजट नोटिफिकेशन का संदर्भ लेते हुए यह निर्णय लिया है।

उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर में अब शीघ्र दर्शन करने वाले वीआईपी को देना होगा इतना शुल्क
उज्जैन: श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने प्रोटोकाल कोटा में कटौती की है। अब मंदिर आकर शीघ्र दर्शन की इच्छा रखने वाले वीआईपी को 250 रुपये की सत्कार भेंट राशि रसीद कटवाना होगी। 01 फरवरी बुधवार से इस नियम पर मंदिर समिति अमल करेगी। मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में मध्य प्रदेश शासन के 21 जनवरी, 2011 को प्रकाशित गजट नोटिफिकेशन का संदर्भ लेते हुए यह निर्णय लिया है।
बीते शुक्रवार 27 जनवरी को हुई मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में यह तय किया गया कि विभिन्न विभागों आदि को सत्कार सुविधा अंतर्गत प्राप्त कोटे के पुर्निर्धारण की आवश्यकता है। समिति ने मध्य प्रदेश शासन के गजट नोटिफिकेशन का संदर्भ लिया है। गजट में उल्लेखित है कि अतिविशिष्ट अतिथियों की दर्शन व्यवस्था नि:शुल्क रखी जाएगी।
इसके अतिरिक्त सत्कार व्यवस्था के अन्तर्गत आगंतुक समस्त श्रद्धालुओं से गजट प्रावधान अनुसार, सामान्य श्रद्धालुओं की भांति शीघ्र दर्शन 250 रुपये दो सौ पचास प्रति व्यक्ति प्रति सत्कारधारी भेंट राशि प्राप्त कर उनकी दर्शन व्यवस्था किए जाने का समिति ने सर्वानुमति से अनुमोदन किया। नई व्यवस्था 01 फरवरी से लागू होगी।
जानिए किन्हें नहीं देना होगा शुल्क
समिति के निर्णय अनुसार श्री महाकालेश्वर मन्दिर एक धार्मिक स्थल होने से साधु-संत, महंत, महामंडलेश्वर, शंकराचार्य जी, पीठाधीश्वर जी व समकक्षों, धर्माचार्यों एवं उज्जैन प्रेस क्लब के सदस्यों व राज्य स्तर के अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार (केवल स्वयं हेतु) सत्कार व्यवस्था के अंतर्गत निःशुल्क शीघ्र-दर्शन व्यवस्था के अन्तर्गत प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे।
मंदिर समिति का 30 मिनट में दर्शन का दावा
मंदिर समिति की जारी विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्री महाकाल लोक के निर्माण के पश्चात दर्शन व्यवस्था सुचारु एवं उन्नत हुई है। दर्शनार्थी सुखद दर्शन कर पा रहे हैं। सुरक्षित छायादार बैरीकेडिंग के साथ ही दर्शन समय 30 मिनिट रह गया है। सभी श्रद्धालु मान- सरोवर भवन से दर्शन को प्राथमिकता देते हैं।
बैठक में ये भी निर्णय हुए पास
सामान्य पंक्ति में प्रशासनिक कार्यालय के सामने से जारी होने वाली भस्म आरती अनुमति की संख्या 300 से बढ़ाकर 500 की गई।
बाबा महाकाल के लाइव प्रसारण हेतु निविदा जारी की जाएगी।
दर्शनार्थियों के लिए लगाए गए एलईडी, अन्य स्क्रीन की गुणवत्ता व साइज बड़े आकार की जाएगी, जिससे बेहतर कवरेज हो सके।
श्री महाकाल लोक में भगवान महाकाल के लाइव दर्शन हेतु विभिन्न स्थानों पर उच्च गुणवत्ता की एलईडी लगाई जाएगी।
श्री महाकाल लोक में पौधों की सुरक्षा हेतु रैलिंग लगाई जाएगी।
मंदिर के फैसिलिटी से नीचे उतरकर एक नया 'पाथ वे' बनाया जाएगा, यहां एक साथ 03 से 05 लाइन लगातार चलाई जाकर अधिक से अधिक दर्शनार्थी एक साथ भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
गौशाला में गोवंश की बढ़ती संख्या के लिए नया टिन शेड बनाया जाएगा।
मंदिर के कर्मचारी विनोद जोशी की कर्त्तव्य के दौरान मृत्यु होने पर परिवार के लिए रु 05 लाख राशि की त्वरित सहायता किये जाने का अनुमोदन किया गया।
समिति के निर्णय अनुसार बुधवार से व्यवस्था लागू की जाएगी। शुरुआत में थोड़ी मशक्कत होगी।