अब हरियाणा में नहीं चल सकेंगे छह लाख डीजल और पेट्रोल वाले वाहन, CPCB ने की सूची तैयार
By भाषा | Published: November 29, 2018 12:16 AM2018-11-29T00:16:05+5:302018-11-29T00:16:05+5:30
सीपीसीबी ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि 15 साल से पुराने 2,87,613 पेट्रोल वाहनों जबकि 10 साल से पुराने 3,07,453 डीजल वाहनों को चिह्नित किया गया है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने 10 साल से ज्यादा पुराने करीब छह लाख डीजल और पेट्रोल वाहनों की सूची तैयार की है जिन्हें हरियाणा में चलने की अनुमति नहीं होगी।
इस सूची में एनसीआर के शहरों गुड़गांव, सोनीपत और बहादुरगढ़ सहित हरियाणा के इन वाहनों की पंजीकरण संख्या, प्राधिकरण का नाम और पंजीकरण का सीरीज भी दिया गया है।
सीपीसीबी ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि 15 साल से पुराने 2,87,613 पेट्रोल वाहनों जबकि 10 साल से पुराने 3,07,453 डीजल वाहनों को चिह्नित किया गया है।
एजेंसी के आंकड़े के अनुसार, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब चल रही है। यहां वायु गुणवत्ता इंडेक्स 323 दर्ज किया गया।
शून्य से 50 अंक तक वायु गुणवत्ता सूचकांक को ‘‘अच्छा’’, 51 से 100 तक ‘‘संतोषजनक’’, 101 से 200 तक ‘‘मध्यम’’, 201 से 300 के स्तर को ‘‘खराब’’, 301 से 400 के स्तर को ‘‘बहुत खराब’’ और 401 से 500 के स्तर को ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में रखा जाता है।
सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली के 25 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में है वहीं 11 क्षेत्रों में यह खराब की श्रेणी में है।
इसमें कहा गया कि पीएम 2.5 का स्तर 179 रहा वहीं पीएम 10 का स्तर 338 दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) , गाजियाबाद, फरीदाबाद और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ रही वहीं गुडगांव में यह ‘खराब’ की श्रेणी में रही।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की चादर लिपटी हुई है और हवा की गति तथा वेंटिलेशन सूचकांक प्रदूषक तत्वों के हटने के अनुकूल नहीं है।