दिल्ली के अलावा गुजरात में भी तीन दिनों से जारी है हिंसा, अब तक 84 लोग हुए गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
By अनुराग आनंद | Published: February 26, 2020 08:01 PM2020-02-26T20:01:42+5:302020-02-26T20:48:40+5:30
रविवार को इस कस्बे में सांप्रदायिक झड़पें हुई थी। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सुबह से ही कस्बे में ज्यादातर स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद रहे।
गुजरात में आणंद जिले के खंभात कस्बे में लगातार तीसरे दिन तनाव बना रहा और भीड़ ने मंगलवार को कुछ हिंदू समुदाय के समूहों द्वारा आहूत बंद के दिन सड़क किनारे दो झोपड़ियों और मोटरसाइकिलों को जला दिया।
रविवार को इस कस्बे में सांप्रदायिक झड़पें हुई थी। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सुबह से ही कस्बे में ज्यादातर स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद रहे। इसी के बाद से यहां आगजनी की घटना शुरू हो गई, जो तीन दिनों से लगातार जारी है।
खंभात में आज की स्थिति क्या है-
गुजरात के आणंद जिले के खम्बत शहर में पिछले तीन दिनों में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थिति सामान्य हो रही है । पुलिस ने इसकी जानकारी दी । अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में 84 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि रविवार से अबतक सात मामले दर्ज किये गये हैं । इसमें से एक भाजपा के पूर्व विधायक संजय पटेल, हिंदू जागरण मंच के सदस्यों तथा कुछ स्थानीय पार्षदों के खिलाफ दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि पटेल को अबतक गिरफ्तार नहीं किया गया है ।
अहमदाबाद रेंज के पुलिस महानिरीक्षक आई के जडेजा ने बताया कि भीड़ ने सड़क किनारे दो झोपड़ियों और कुछ मोटरसाइकिलों में आग लगा दी थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस घटना के बाद पांच लोगों को हिरासत में लिया।
आईजी ने बताया कि विभिन्न हिंदू संगठनों ने रविवार और सोमवार को हुई हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर बंद का आह्वान किया था।
उन्होंने बताया कि कई लोग मंगलवार की दोपहर गवरा चौक पर एकत्र हुए और उन्होंने प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया, ‘‘कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क किनारे दो झोपड़ियों और कुछ मोटरसाइकिलों को जला दिया। हमने पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है।’’
जडेजा ने बताया कि कस्बे में स्थिति अब नियंत्रण में है और हिंसा के बाद मौके पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो कंपनियां और राज्य रिजर्व पुलिस (एसआरपी) की चार कंपनियों को भी तैनात किया गया है।
पुलिस ने 85 लोगों को किया गिरफ्तार-
प्रत्येक कंपनी में लगभग 80 सशस्त्र कर्मी हैं। पुलिस ने 23 फरवरी से आगजनी और पथराव के लिए अब तक 85 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार कस्बे में रविवार से विभिन्न घटनाओं में भीड़ ने 20 से अधिक मकानों और कई वाहनों को जला दिया।
गुजरात दंगा: खंभात क्षेत्रों में अशांत क्षेत्र अधिनियम लागू होगी
खंभात क्षेत्र में लागू होगा ये नया कानून-
आनंद जिले के खंभात में अक्सर होने वाली सांप्रदायिक झड़पों के लिए भाजपा सरकार ने ‘जनसांख्यिकीय परिवर्तन’ को जिम्मेदार ठहराया है और निर्णय लिया है कि शहर के कुछ हिस्सों में अशांत क्षेत्र अधिनियम लगाया जाएगा। इसका लक्ष्य सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में ऐसी संपत्तियों की बिक्री को रोकना है जिनके मालिक डर की वजह से क्षेत्र को छोड़कर जाना चाहते हैं। यहां 23 फरवरी से ही दो समुदायों के बीच झड़प जैसी स्थिति बनी हुई है।
गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने गांधीनगर में मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘ इस तरह की झड़पें जनसांख्यिकीय परिवर्तन की वजह से हुई हैं। खंभात के लोगों की मांग के अनुसार सरकार ने अशांत क्षेत्र अधिनियम लागू करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय उन क्षेत्रों के लिए लिया है जहां ये सारी घटनाएं हो रही हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमने यह निर्णय जनसांख्यिकीय परिवर्तन में आगे बदलाव नहीं होने देने के मद्देनजर लिया है।’’