शिंदे सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं, देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, "अगले विस्तार में देंगे जगह'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 9, 2022 08:17 PM2022-08-09T20:17:25+5:302022-08-09T20:20:46+5:30
महाराष्ट्र में आज शिंदे सरकार का विस्तार हुआ लेकिन मंत्रीमंडल में किसी भी महिला को मंत्री न बनाये जाने पर सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है।
मुंबई: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार के बहु प्रतिक्षित मंत्रिमंडल का आज विस्तार तो हो गया, लेकिन सरकार में किसी भी महिला विधायक को मंत्री न बनाये जाने पर सरकार की तीखी आलोचना हो रही है। सरकार गठन के बाद 40 दिनों तक चले भारी उठा-पटक के बाद हुए इस मंत्रीमंडल में किसी भी महिला को मंत्री न बनाये जाने के मामले में सफाई पेश करते हुए सूबे के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने कहा सरकार महिलाओं को अगले विस्तार में जगह देगी और निश्चित तौर पर हमारी सरकार में महिला विधायकों को उनका हक मिलकर रहेगा।
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में अपने मंत्रिमंडल में 18 नए सदस्यों को शामिल किया। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भव्य समारोह में शिवसेना बागी समूह के नौ और भाजपा के नौ सदस्यों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। मौजूदा समय में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस और 18 अन्य मंत्रियों को मिलाकर मंत्रीमंडल में मंत्रियों की संख्या 20 पर पहुंच गई है।
लेकिन जब विधायकों के मंत्री पद का शपथ समारोह समाप्त हुआ तो सरकार की आलोचना होने लगी कि इस सरकार में एक भी महिला नहीं है। इस आलोचना का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री फड़नवीस ने कहा, "अगले कैबिनेट विस्तार में निश्चित रूप से महिलाएं होंगी। लोग पहले कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी के लिए आलोचना कर रहे थे और अब वो इसे मुद्दा बना रहे हैं, तो जो लोग इसके लिए हमारी आलोचना कर रहे हैं, उन्हें कुछ दिनों में खामोश करा दिया जाएगा।"
भाजपा नेता फड़नवीस ने कहा, "आलोचना करने वाले भूल गये कि जब पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नवंबर 2019 में महाविकास अघाड़ी सरकार बनाई थी तो उसमें भी किसी महिला को कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया था लेकिन उस समय तो किसी ने उस सरकार की आलोचना नहीं की थी।"
उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे ने नवंबर 2019 में कांग्रेस और एनसीपी के सहयोग से पांच मंत्रियों के साथ सरकार बनाई थी और उसमें एक भी महिला सदस्य नहीं थी। उस मंत्रिपरिषद में भी महिलाओं को बाद में शामिल किया गया था।
महिलाओं को शामिल करने वाले विवाद के अलावा शिंदे गुट के विधायक संजय राठौड़ को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने पर फड़नवीस ने कहा कि इस संबंध में मुझे टिप्पणी करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस विषय पर पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं।
शिंदे गुट के विधायक संजय राठौड़ का अतीत विवादित रहा है। राठौड़ जब उद्धव ठाकरे के नेतत्व में बनी महाविकास अघाड़ी सरकार में वन मंत्री थे। तब पिछले साल उन पर पुणे की एक महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा था। इस कारण ठाकरे सरकार से राठौड़ को इस्तीफा भी देना पड़ा था।
जब राठौड़ को मंत्री बनाये जाने के संबंध में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि चूंकि उद्धव सरकार उस मामले में राठौड़ को पहले ही "क्लीन चिट" दे दी थी। इसलिए लिए उनका नाम इस कैबिनेट में शामिल किया गया है।