किसान आंदोलन का असर, उत्तर रेलवे ने रद्द किए कई ट्रेन, कुछ रेलगाड़ियों के रास्ते बदले गए, देखें लिस्ट
By विनीत कुमार | Published: December 2, 2020 07:35 AM2020-12-02T07:35:16+5:302020-12-02T07:42:04+5:30
किसान आंदोलन का सबसे अधिक असर पंजाब में है। राज्य में पिछले करीब दो महीनों से रेलवे सेवाएं प्रभावित हैं। रेलवे ने पंजाब से जुड़े कई ट्रेनों को अभी रद्द रखा है तो कुछ के रास्ते में भी बदलाव किए गए हैं।
केंद्र के तीन कृषि विधेयकों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का असर पिछले कई दिनों से रेलवे पर भी नजर आ रहा है। फिलहाल हालात को देखते हुए एक बार फिर उत्तर रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। इसमें कई ट्रेनें पंजाब से जुड़ी हैं। कई ट्रेनों के रूट को डायवर्ट भी किया गया है तो वहीं कई ट्रेनों की यात्रा की दूरी में कमी की गई है।
नॉर्दर्न रेलवे के अनुसार 2 दिसंबर से शुरू होने वाले अजमेर-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन (09613) को रद्द रखने का फैसला लिया गया है। साथ ही 09612 अमृतसर-अजमेर स्पेशल ट्रेल को भी कैंसल रखा गया है। इस ट्रेन की शुरुआत तीन दिसंबर से हो रही है।
इसके अलावा डिब्रूगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस (05211) को भी कैंसिल रखा गया जाएगा। इस ट्रेन की शुरुआत भी 3 दिसंबर से हो रही है। इसी तरह अमृतसर-डिब्रूगढ़ स्पेशल ट्रेन को भी कैंसल रख गया है।
बठिंडा-वाराणसी-बठिंडा एक्सप्रेस भी कैंसिल
रेलवे के अनुसार बठिंडा-वाराणसी-बठिंडा एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन को भी अभी अगले फैसले तक रद्द रखा गया है। 2 दिसंबर से शुरू हो रहे नांदेड़-अमृतसर एक्सप्रेस (02715) की यात्रा दूरी में कमी की गई है। यह गाड़ी अब अमृतसर नहीं जाकर नई दिल्ली ही रूक जाएगी।
ऐसे ही बांद्रा टर्मिनस-अमृतसर एक्सप्रेस (02925) की भी यात्रा दूरी को कम किया गया है। अब ट्रेन चंडीगढ़ तक ही जाएगी।
इसके अलावा अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस (04650/74) को डायवर्ट किया गया है। ये ट्रेन 2 दिसंबर अमृतसर-तरनतारन-ब्यास से गुजरेगी। दुर्ग-जम्मू तवी एक्सप्रेस (08215) को लुधियाना जालंधर कैंट से पठानकोट कैंटनमेंट की ओर डायवपर्ट किया गया है।
बता दें कि किसानों के आंदोलन के कारण पंजाब में पिछले करीब दो महीने से ट्रेनें प्रभावित रही हैं। इससे पहले मंगलवार को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने कहा था कि ट्रेन सेवाएं पंजाब में 32 किलोमीटर क्षेत्र को छोड़कर सामान्य हो गई है। उन्होंने कहा कि 23 नवंबर और 30 नवंबर के बीच, 94 यात्री रेलगाड़ियां पंजाब में प्रवेश कर चुकी हैं, जबकि 78 राज्य से बाहर जा चुकी हैं।
साथ ही 384 माल से लदी हुई और 273 खाली रेलगाड़ियां राज्य में प्रवेश कर चुकी हैं जबकि 373 माल से लदी हुई और 221 खाली मालगाड़ियां राज्य से बाहर जा चुकी हैं। रेलवे ने इससे पहले कहा था कि रेल सेवाओं के बाधित रहने के कारण उसे 2,220 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।