नोएडा पुलिस ने कहा- अगर फोन में Aarogya Setu ऐप नहीं तो ये एक दंडनीय अपराध, करेंगे लोगों पर कार्रवाई
By रामदीप मिश्रा | Published: May 6, 2020 09:08 AM2020-05-06T09:08:22+5:302020-05-06T09:08:22+5:30
पुलिस का कहना है तीन मई को जारी आदेश के मुताबिक, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहने वालों के साथ साथ बाहर से प्रवेश करने वालों को अपने स्मार्टफोन में 'आरोग्य सेतु' डाउनलोड करने की आवश्यकता है।
नोएडाः कोरोनो वायरस के संक्रमण के प्रति लोगों को आगाह करने के लिए बनाए गए सरकारी ऐप 'आरोग्य सेतु' (Aarogya Setu App) को करोड़ों लोग डाउनलोड कर चुके हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश की गौतमबुद्धनगर पुलिस ने स्मार्टफोन में आरोग्य सेतु ऐप का न होना दंडनीय अपराध बताया है। बता दें, कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकारें हर जरूरी कदम उठा रही हैं।
पुलिस का कहना है तीन मई को जारी आदेश के मुताबिक, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहने वालों के साथ साथ बाहर से प्रवेश करने वालों को अपने स्मार्टफोन में 'आरोग्य सेतु' डाउनलोड करने की आवश्यकता है।
डीसीपी (कानून व्यवस्था) अखिलेश कुमार ने कहा कि उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है जिनके पास स्मार्टफोन में ऐप नहीं है। यह मामला आईपीसी की धारा 188 के तहत के तहत दर्ज किया जा सकता है। इसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट तय करेंगे कि संबंधित व्यक्ति के खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा या फिर चेतावनी के साथ छोड़ दिया जाएगा। इस धारा के तहत 1000 रुपये का जुर्माना या छह महीने तक की सजा हो सकती है।
उन्होंने कहा कि अगर लोग इसे तुरंत डाउनलोड करते हैं, तो हम उन्हें जाने देंगे। हम ऐसा कर रहे हैं ताकि लोग आदेश को गंभीरता से लें और इसे डाउनलोड करें। लेकिन अगर वे बार-बार चेतावनी के बाद भी इसे डाउनलोड नहीं करते हैं, तो हमें कार्रवाई करनी होगी। यदि किसी के पास मोबाइल डेटा नहीं है, तो हम उन्हें हॉटस्पॉट के जरिए इंटरनेट देंगे ताकि वे इसे वहीं डाउनलोड कर सकें।
इसके अलावा डीसीपी ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति के पास फोन स्टोरेज की कमी जैसे अन्य मुद्दे हैं, तो वे उस व्यक्ति का नंबर लेंगे और फिर बाद में जांचने के लिए कॉल करेंगे कि क्या उन्होंने ऐप डाउनलोड किया है या नहीं।
विदेश से वापस आने वाले भारतीयों को डाउनलोड करना होगा ऐप
आपको बता दें, बीते दिन गृह मंत्रालय की एक अधिकारी ने कहा है विदेश में फंसे जिन भारतीय नागरिकों को विशेष उड़ानों के जरिए वापस लाया जाएगा, उन्हें यहां पहुंचने पर 'आरोग्य सेतु' मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा और इस पूरे अभियान के लिए विस्तृत प्रक्रियाएं जारी की जाएंगी। गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्या सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि भारत वापस आने वाले विशेष विमानों में सवार होने वाले लोगों को सरकार की ओर से जारी स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। ऐसे यात्रियों की जांच की जाएगी और उन्हें 14 दिन के पृथक-वास में रहना होगा। साथ ही उन्हें पृथक-वास की सुविधा का भुगतान भी करना होगा।
आरोग्य सेतु ऐप नौ करोड़ बार हुआ डाउनलोड
आरोग्य सेतु ऐप को अब तक करीब नौ करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है। इस ऐप में जल्दी ही टेलीफोन के माध्यम से चिकित्सक के परामर्श की सुविधा जोड़ी जाने वाली है। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जारी अभियान को मजबूती देने को लेकर सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिये आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया है। यह मोबाइल ऐप उपयोगकर्ताओं को यह जानने में मदद करता है कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा है या नहीं।