Coronavirus Lockdown: दिल्ली से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का चलना बंद, आखिर क्यों लिया गया ये बड़ा फैसला, जानिए
By विनीत कुमार | Published: June 4, 2020 08:25 AM2020-06-04T08:25:42+5:302020-06-04T08:25:42+5:30
दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि लगभग उन सभी प्रवासियों को उनके राज्य भेजा जा चुका है जिन्होंने ट्रेनों के लिए अप्लाई किया था। सरकार के अनुसार कई प्रवासी लॉकडाउन में ढील के बाद ठहरने का भी फैसला कर चुके हैं।
दिल्ली सरकार की तरफ से और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग नहीं किए जाने के कारण राष्ट्रीय राजधानी से इन ट्रेनों का परिचालन अब समाप्त कर दिया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ट्रेन चलाने के लिए फिर से अनुरोध प्राप्त होने पर परिचालन दोबारा शुरू किया जाएगा।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, 'वर्तमान में दिल्ली सरकार से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग नहीं प्राप्त हुई है। दिल्ली के रेलवे स्टेशनों से कोई प्रवासी ट्रेन नहीं चल रही है।' दिल्ली से अंतिम ट्रेन 31 मई को चली थी। दिल्ली में फंसे प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए रेलवे एक मई से अब तक 242 ट्रेन चला चुका है।
वहीं, दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया कि ज्यादातर प्रवासी मजदूर पिछले एक महीने में अपने राज्यों की ओर लौट चुके हैं। वहीं, कई लोगों ने अब ठहरने का फैसला किया है क्योंकि लॉकडाउन में ढील के बाद दूसरे कामकाज शुरू हो गये हैं। अधिकारियों के अनुसार कुछ मजदूरों की ओर से ही ट्रेन की मांग आई है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इस बीच अगले श्रमिक ट्रेन को लकर अनिश्चितता के बीच कई श्रमिक अब बस, एनजीओ की मदद या दूसरे साधनों से अपने गृह राज्य जाने की कोशिश में जुट गये हैं।
दिल्ली सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार 4,50,000 प्रवासियों ने श्रमिक स्पेशल के लिए अप्लाई किया था और 3,10,000 लोग को बिना किसी किराये के 16 राज्यों में वापस लौटाया जा चुका हैं। अधिकारियों के अनुसार इनमें से 90 प्रतिशत ट्रेन उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए थे। वहीं, अन्य राज्यों में मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्य शामिल हैं, जिनके लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाए गए। तमिलनाडु भी इसमें शामिल है।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार उन सभी को उनके राज्य भेज चुकी है जिन्होंने अप्लाई किया था। सरकार के अनुसार उन लोगों को भी भेजा गया जो बिना किसी रजिस्ट्रेशन के स्क्रिनिंग सेंटर पर आये थे। सिसोदिया ने कहा, 'संभव है कि दिल्ली से अब कोई और श्रमिक ट्रेन नहीं चलेगी। अगर कुछ लोग जाने के लिए आगे आए तो हम उनके लिए भी व्यवस्था करेंगे।'