कंगना रनौत मामले से शरद पवार ने एनसीपी को किया अलग, कहा- BMC ने तोड़ा ऑफिस, राज्य सरकार को कोई रोल नहीं
By सुमित राय | Published: September 11, 2020 03:40 PM2020-09-11T15:40:58+5:302020-09-11T15:40:58+5:30
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने पूरे विवाद से खुद को अलग कर लिया है और एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा है कि इस मामले में राज्य सरकार का कोई रोल नहीं है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और शिवसेना के बीच चल रहा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बीएमसी ने हाल ही में कंगना के ऑफिस को तोड़ दिया था, जिसको लेकर कंगना काफी नाराज चल रही है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने पूरे विवाद से खुद को अलग कर लिया है और एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा है कि इस मामले में राज्य सरकार का कोई रोल नहीं है।
शरद पवार ने कहा कि कंगना रनौत के ऑफिस को तोड़ने का काम बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीएमसी ने अपने नियमों और अधिनियम का पालन किया है।
बता दें कि शिवसेना के नियंत्रण वाली बीएमसी ने बुधवार सुबह कंगना रनौत के ऑफिस में 'अवैध निर्माण' को गिराने के लिए कार्रवाई शुरू की थी। हालांकि इसके कुछ ही देर बाद कोर्ट से कंगना को राहत मिल गई और बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी गई।
क्या है कंगना रनौत का पूरा विवाद
बता दें कि पूरे मामले की शुरुआत मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के बारे में कंगना रनौत के एक हालिया बयान से शुरू हुआ। उन्होंने दावा किया था कि वह मुंबई में असुक्षित महसूस करती हैं।
इसके बाद शिवसेना के नेता संजय राउत ने कंगना से कहा था कि उन्हें मुंबई वापस नहीं आना चाहिए। उस वक्त कंगना हिमाचल प्रदेश में थीं। संजय राउत के इस बयान के बाद कंगना ने जवाब दिया और मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से की थी।