खाद्य मंत्रालय में अब नहीं आएगा कोई चीनी सामान, राम विलास पासवान ने कहा-चीन निर्मित उत्पाद की नो एंट्री
By एसके गुप्ता | Published: July 1, 2020 08:35 PM2020-07-01T20:35:23+5:302020-07-01T20:35:23+5:30
रामविलास पासवान ने कहा कि तरह विदेशों में भारतीय वस्तुओं को मानकों पर परखा जाता है उसी तरह यहां भी विदेशी वस्तुओं को मानकों पर परखा जाएगा। विदेशी वस्तुओं के हमारे मानकों पर खरा नहीं उतरने पर हम उन्हें रोक देंगे।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार चीन की कंपनियों और उसके उत्पादों के लिए अपने दरवाजे एक-एक कर बंद कर रही है। इसी कड़ी में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि उनके विभाग में अब कोई भी चीनी सामान नहीं आएगा और इस संबंध में सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है।
पासवान ने सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच पिछले महीने हुई झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी समेत 20 सैनिकों के शहीद हो जाने की घटना के बाद यह फैसला लिया है। इस घटना के बाद चीनी रवैए को लेकर पूरे देश में गुस्सा है और लोग चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर रहे हैं।
पासवान ने कहा कि विदेशी वस्तुओं को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा तय मानकों पर भी परखा जाएगा। केंद्रीय खाद्य मंत्री के इस फैसले के बाद मंत्रालय और मंत्रालय के अधीन आने वाले विभागों व संगठनों में उपयोग की वस्तुओं की अब जो खरीद होगी उनमें चीनी उत्पाद शामिल नहीं होंगे। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के तहत भारतीय खाद्य निगम और सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन जैसे संगठन भी आते हैं।
मंत्रालय की ओर से 23 जून को जारी सर्कुलर में कहा गया है कि चीन निर्मित कोई भी वस्तु जीईएम पोर्टल या किसी अन्य स्रोत से नहीं खरीदी जाएगी। पासवान ने कहा, विदेशी वस्तुओं को मानकों पर परखने के लिए नियम बनाए जा रहे हैं। ये नियम न सिर्फ चीन के लिए बल्कि सभी देशों से आने वाली वस्तुओं पर लागू होंगे।