रक्षा मंत्री पर लगाये आरोप पर गलत साबित हुए राहुल गांधी, HALने कॉन्ट्रैक्ट की बात स्वीकारी
By विकास कुमार | Published: January 7, 2019 12:53 PM2019-01-07T12:53:34+5:302019-01-07T12:53:34+5:30
निर्मला सीतारमण ने आज इस मामले पर संसद में अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि HAL ने खुद कन्फर्मेशन भेजा है कि उन्हें 2014-18 तक 26,570 करोड़ के ठेके मिले हैं और 73 हजार करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट्स अभी कतार में हैं और उन पर बातचीत जारी है।
बीते दिन संसद में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने HAL के मुद्दे पर झूठ बोला है। उन्होंने कहा कि निर्मला सीतारमण के मुताबिक HAL को मोदी सरकार के दौरान 1 लाख करोड़ का आर्डर मिला है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर रक्षा मंत्री पर हमला बोला था।
निर्मला सीतारमण ने आज इस मामले पर संसद में अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि HAL ने खुद कन्फर्मेशन भेजा है कि उन्हें 2014-18 तक 26,570 करोड़ के ठेके मिले हैं और 73 हजार करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट्स अभी कतार में हैं और उन पर बातचीत जारी है।
Defence Minister in Lok Sabha: I have received confirmation from HAL that contracts during 2014-18 worth Rs 26,570.80 crore have already been signed with HAL. Orders worth Rs 73,000 Cr approx are in the pipeline pic.twitter.com/UeWFQ2Gc37
— ANI (@ANI) January 7, 2019
इससे पहले सुरजेवाला ने उस मीडिया रिपोर्ट के हवाले से यह बात कही जिसमें कहा गया था ‘‘एक लाख करोड़ रुपए में से एचएएल को एक पैसा भी नहीं मिला क्योंकि किसी आदेश पर हस्ताक्षर ही नहीं किए गए।’’
बता दें कि राहुल गांधी ने कल ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने सूट-बूट वाले दोस्तों की मदद करने के लिए एचएएल को कमजोर किया है। इसके एक दिन बाद पार्टी ने यह आरोप लगाया था।
When you tell one lie, you need to keep spinning out more lies, to cover up the first one.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 6, 2019
In her eagerness to defend the PM's Rafale lie, the RM lied to Parliament.
Tomorrow, RM must place before Parliament documents showing 1 Lakh crore of Govt orders to HAL.
Or resign. pic.twitter.com/dYafyklH9o
विपक्षी दल ने सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान सौदे के तहत एचएएल को एक ऑफसेट अनुबंध से वंचित कर दिया। सरकार इन आरोपों को खारिज कर चुकी है।
उधर, बीजेपी नीत एनडीए सरकार ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उसने अपने शासनकाल में एचएएल का समर्थन नहीं किया और सरकार अब रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम को मजबूत कर रही है।
मीडिया की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रक्षा क्षेत्र की सरकारी कंपनी एचएएल वित्तीय संकट से जूझ रही है और अपने कर्मियों को तनख्वाह देने के लिए धन उधार लेने को मजबूर है। इसके बाद गांधी ने शनिवार को सरकार पर निशाना साधा था।एचएएल के वरिष्ठ प्रबंधक के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है।