निर्मला सीतारमण ने डीएम से पूछा, 'पीडीएस की दुकान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों नहीं है', कांग्रेस ने कहा, 'शर्मनाक मेलोड्रामा है'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 3, 2022 08:10 PM2022-09-03T20:10:12+5:302022-09-03T20:19:14+5:30
कांग्रेस ने तेलंगाना में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा एक जिलाधिकारी से सरकारी राशन की दुकानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर न लगे होने के बाबत किये गये सवाल-जवाब को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुड बुक में बने रहने के लिए ऐसी कर रही हैं।
दिल्ली: देश की सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय वित्त मंत्री जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महिमामंडन कर रही हैं, वो बेहद शर्मनाक है। दरअसल कांग्रेस ने यह आरोप इसलिए लगाया कि क्योंकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक कार्यक्रम के दौरान तेलंगाना में एक जिला कलेक्टर से पूछा कि सरकारी राशन की दुकानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों नहीं लगी है।
कांग्रेस ने इस विषय में केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण को घेरते हुए कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुड बुक में बने रहने के लिए इस तरह का "मेलोड्रामा" कर रही हैं, जो अत्यधिक अशोभनीय और शर्मनाक है।
जानकारी के मुताबिक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को 'लोकसभा प्रवास योजना' के तहत जहीराबाद संसदीय क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने कामारेड्डी जिले के कलेक्टर जितेश पाटिल को इसलिए डांट लगाई कि जब वह सरकारी राशन की दुकान पर दिये जाने वाले चावल में केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी के बारे में जवाब नहीं दे सके।
इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने जिलाधिकारी पाटिल से यह भी पूछा कि बिरकुर में सरकारी राशन की दुकान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों नहीं लगी हुई है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र तेलंगाना के नागरिकों को मिलने वाले सब्सिडी के चावल में बड़ा हिस्सा आपूर्ति करता है, जिसे राज्य की सरकार एक रुपये किलो की दर से बेचती है।
कांग्रेस ने वित्तमंत्री पर हमला करने के लिए वित्त मंत्री सीतारमण के कार्यालय द्वारा के एक ट्वीट को टैग किया है, जिसमें वो कामारेड्डी के जिलाधिकारी जितेश पाटिलके साथ उनकी बातचीत कर रही हैं। ट्वीट में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने लिखा है, "सितंबर 2013 में डॉ मनमोहन सिंह की सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम बनाया गया था। ऐसी कोई उम्मीद नहीं थी कि आज के नेताओं द्वारा तस्वीरें के जरिये उसका क्रेडिट लिया जाएगा।"
इसके साथ ही जयराम रमेश कहते हैं, "वित्त मंत्री की ओर से प्रधानमंत्री की गुडबुक में बने रहने के लिए ऐसा मेलोड्रामा करना बेहद अशोभनीय है।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)