PNB घोटाले के पहले ब्रिटेन नहीं इस देश में भागना चाहता था नीरव मोदी, लेकिन नहीं मिली थी नागरिकता
By पल्लवी कुमारी | Published: September 13, 2018 12:31 PM2018-09-13T12:31:58+5:302018-09-13T12:32:47+5:30
सीबीआई अधिकारियों की जांच में पता चला है कि पंजाब नेशनल बैंक के घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी ब्रिटेन में है। इस बात की पुष्टि होने के बाद नीरव के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार द्वारा अपील की गई है।
नई दिल्ली, 13 सितंबर: पंजाब नेशनल बैंक के घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी 13,600 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले के पब्लिक में आने से तीन महीने पहले किसी देश की नागरिकात के लिए अप्लाई किया था। नीरव मोदी ने घोटाले से पहले ही वानुअतु की नागरिकता लेने की कोशिश की थी। लेकिन नीरव मोदी को वहां की नागरिकता नहीं मिली थी। वानुअतु ने नीरव मोदी की पेशकेश को खारिज कर दिया था। वानुअतु दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक आइसलैंड है
इस रिपोर्ट का खुलासा इंडियन एक्सप्रेस ने किया है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक साल 2017 के नवंबर में अपने निजी अकाउंट से 1.95 लाख डॉलर वानुअतु सरकार के 18 पंजीकृत एजेंटों बैंक अकाउंट में भेजे थे। ये सारे एजेंटों का काम वानुअतु देश की नागरिकता दिलाने का है। ये एजेंट निवेश प्रोग्राम के जरिए लोगों को नागरिकता दिलवाते हैं।
एजेंटों को 1.95 लाख डॉलर मिलने के बाद वानुअतु सरकार ने नीरव मोदी के खिलाफ खुफिया जांच की। जो नीरव मोदी के पक्ष में नहीं था। जिसके बाद वानुअतु सरकार ने नीरव मोदी की नागरिकता को खारिज कर दिया।
वानुअतु लॉ फर्म इंडिगेन लॉयर्स के मैनेजिंग पार्टनर जस्टिन नावेले ने इंडियन एक्सप्रेस को बातचीत में बताया कि नीरव नोदी ने 1.95 लाख डॉलर व्यय किया था, वानुअतु की मानद नागरिता लेने के लिए। इसी के बाद वानुअतु की सरकारी वित्तीय खुफिया इकाई (FIU) ने जांच शुरू की। जिसके बाद वह दोषी पाए गए थे। बता दें कि जस्टिन नावेले नीरव मोदी के आवेदन की प्रकिया पर काम कर रहे थे।
फिलहाल खबरों के मुताबिक सीबीआई अधिकारियों की जांच में पता चला है कि नीरव मोदी ब्रिटेन में है। ब्रिटेन ने खुद इस बात की पुष्टि की है। इस बात की पुष्टि होने के बाद नीरव के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार द्वारा अपील की गई है।