भगोड़ा मोदी की हिरासत 25 जुलाई तक बढ़ाई ब्रिटिश अदालत ने
By भाषा | Published: June 27, 2019 05:29 PM2019-06-27T17:29:36+5:302019-06-27T17:29:36+5:30
ब्रिटिश उच्च न्यायालय ने 12 जून को उसकी जमानत की अर्जी खारिज कर दी। यह जमानत के लिए उसकी तरफ दायर से चौथी अर्जी थी। उसके खिलाफ पिछले साल मई और जुलाई में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। इसके बाद अगस्त, 2018 में ब्रिटेन के अधिकारियों से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए आग्रह किया गया था।
ब्रिटेन की एक अदालत ने भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी की हिरासत 25 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी है। वह करीब दो अरब डॉलर की पीएनबी धोखाधड़ी और धनशोधन मामले में भारत में वांछित है। नीरव मोदी (48) को मार्च में लंदन में गिरफ्तार किया गया था और वह तब से वैंड्सवर्थ की एक जेल में बंद है।
London's Westminster Magistrates' Court: Nirav Modi's defence team has requested the extradition judge for a laptop so that Nirav Modi can review Indian Government's 5000-page case against him in prison. https://t.co/xFGunXRLem
— ANI (@ANI) June 27, 2019
ब्रिटिश उच्च न्यायालय ने 12 जून को उसकी जमानत की अर्जी खारिज कर दी। यह जमानत के लिए उसकी तरफ दायर से चौथी अर्जी थी। उसके खिलाफ पिछले साल मई और जुलाई में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। इसके बाद अगस्त, 2018 में ब्रिटेन के अधिकारियों से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए आग्रह किया गया था।
नीरव मोदी बृहस्पतिवार को वीडियोलिंक के जरिए वेस्टमिंस्टर की मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष पेश हुआ। मोदी को स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने 19 मार्च को गिरफ्तार किया था।