भगोड़े नीरव मोदी की करोड़ों की पेंटिग्स को लेकर ईडी और आयकर विभाग में ठनी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 17, 2019 11:49 AM2019-03-17T11:49:32+5:302019-03-17T11:49:32+5:30
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले और अवैध धन को वैध बनाने के मामले के आरोपी नीरव मोदी से बकाया वसूली को लेकर ईडी और आईटी विभाग के बीच अहम के टकराव की खबरें हैं। आईटी भगोड़े नीरव मोदी की करोड़ों की पेंटिंग्स की नीलामी करना चाहता है वहीं, ईडी का कहना है कि वह पहले ही पेटिंग्स को नत्थी कर चुका है। नीलामी हुई तो ईडी आईटी के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
करीब साढ़े 13 हजार करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले और अवैध धन को वैध बनाने के मामले के आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ कार्रवाई को लेकर वित्त मंत्रालय की दो शाखाओं प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग के बीच अहम का टकराव देखा जा रहा है। दरअसल, रविवार (17 मार्च) के इंडियन एक्सप्रेस अखबार में इसकी एक वरिष्ठ पत्रकार कूमी कपूर द्वारा लिखे गए एक छोटे से कॉलम में यह बात कही गई है।
कूमी कपूर ने अखबार में 'आर्ट ऑफ रिकवरी' यानी 'वसूली की कला' नाम से कॉलम लिखा है। इसमें कहा गया है, ''भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी से बकाया वसूले जाने को लेकर वित्त मंत्रालय की दो शाखाओं के बीच टकराव का गंभीर प्रभाव हो सकता है। मुंबई स्थित एम/एस केमलोट इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के कार्यलय से जब्त की गईं जाने माने कलाकारों द्वारा बनाई गईं 30 से 50 करोड़ रुपये कीमत की 68 समकालीन और आधुनिक कला पेंटिंग्स के लिए मार्च के आखिर में आयकर विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली नीलामी को लेकर प्रवर्तन निदेशायल आखिरी वक्त में बिफर रहा है। पेंटिंग्स जहां से जब्त की गई हैं, वह मोदी की एक शेल कंपनी मानी जाती है, जिसका 96 करोड़ रुपये टैक्स बकाया है।''
कूमी कपूर ने आगे लिखा, ''ईडी के किसी शख्स ने एक टीवी चैनल से दावा किया कि निदेशालय पहले से ही ऐसी पेंटिंग्स को नत्थी कर चुका है और अगर आईटी नीलामी के लिए आगे बढ़ता है तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।'' कॉलम में आगे लिखा गया है, ''ईडी का गैर-लाभकारी दृष्टिकोण संभावित खरीदारों को न केवल भयभीत करेगा, बल्कि दुनिया की निगाहों में भारत को मूर्ख भी घोषित करेगा, क्योंकि नीलामी अच्छी तरह से प्रचारित है।''
कॉलम के आखिर में कूमी कपूर ने यह भी लिखा, ''मोदी को कला की बहुत अच्छी परख है भले ही उनके कुछ हीरे बेकार हों।'' बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले वर्ष 15 फरवरी को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग का केस दर्ज किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी अब नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की 4765 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुका है।