अगवा किए गए सिख निदान सिंह बचाकर लाए गए, विदेश मंत्रालय की मदद से अफगानिस्तान से 11 सिख और हिंदू भारत लौटे
By भाषा | Published: July 26, 2020 09:43 PM2020-07-26T21:43:46+5:302020-07-26T21:43:46+5:30
विदेश मंत्रालय की मदद से अफगानिस्तान में अगवा किए गए निदान सिंह सहित 11 सिख और हिंदू भारत पहुंच गए हैं।
नई दिल्ली।अफगानिस्तान में सिख समुदाय के एक नेता समेत अल्पसंख्यक समुदाय के 11 सदस्य रविवार को यहां पहुंचे। भारत ने उन्हें वीजा उपलब्ध कराया और उनकी यात्रा का इंतजाम किया। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि रविवार को दिल्ली पहुंचने वालों में निदान सिंह सचदेवा भी शामिल हैं। उनका अफगानिस्तान में अपहरण कर लिया गया था और 18 जुलाई को उन्हें रिहा किया गया। अफगानिस्तान में सिख समुदाय के नेता सचदेवा का पिछले महीने पक्तिया प्रांत में अपहरण कर लिया गया था।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा,” अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक सिख और हिंदू समुदाय के 11 सदस्य आज भारत पहुंचे।” इसमें कहा गया कि भारत ने उन्हें उचित वीजा दिया और उनकी भारत यात्रा का इंतजाम भी किया। मंत्रालय ने कहा, ”इन परिवारों की सुरक्षित वापसी के लिये हम अफगानिस्तान सरकार द्वारा किये गए सहयोग की सराहना करते हैं।”
#WATCH Nidan Singh (Afghan Sikh who was kidnapped a month ago and released recently) arrives in Delhi along with his family and a delegation of Afghan Sikhs. pic.twitter.com/3tLItqa4UC
— ANI (@ANI) July 26, 2020
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव से पिछले हफ्ते जब पूछा गया था कि अफगानिस्तान से वापस आने के इच्छुक सिख और हिंदुओं की वापसी के लिये क्या कोई व्यवस्था और उन्हें नागरिकता देने की योजना है, तो उन्होंने कहा था,” अफगानिस्तान में हाल में हिंदू और सिख समुदाय के लोगों पर हमले बढ़े हैं और यह हमले आतंकवादियों द्वारा उनके बाहरी सहायकों के कहने पर किये जा रहे हैं।”
Nidan Singh (Afghan Sikh who was kidnapped a month ago and released recently) arrives in Delhi along with his family and a delegation of Afghan Sikhs. https://t.co/5ux6Oj0706pic.twitter.com/hSQOK4coXY
— ANI (@ANI) July 26, 2020
उन्होंने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा था,”हमें इन समुदाय के सदस्यों से अनुरोध मिल रहा है। वे भारत आना चाहते हैं, यहां बसना चाहते हैं और कोविड-19 के बावजूद हम उनके अनुरोध पर काम कर रहे हैं।”