कश्मीर में सुरक्षाबलों की नई नीति: तलाश करो, ठोक डालो, खूब इनाम लो
By सुरेश डुग्गर | Published: July 2, 2019 04:05 PM2019-07-02T16:05:50+5:302019-07-02T16:05:50+5:30
कश्मीर से आतंकियों के सफाए की खातिर सरकार और सुरक्षाबलों ने नई नीति लागू की है। आतंकियों को मारने की खातिर उन पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। नतीजतन अब सुरक्षाबलों को इनाम कमाने की खातिर तलाश करो और ठोक डालो का टारगेट दे दिया गया है।
कश्मीर से आतंकियों के सफाए की खातिर सरकार और सुरक्षाबलों ने नई नीति लागू की है। आतंकियों को मारने की खातिर उन पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। नतीजतन अब सुरक्षाबलों को इनाम कमाने की खातिर तलाश करो और ठोक डालो का टारगेट दे दिया गया है।
अधिकारियों के मुताबिक कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ नगण्य हो गई है और आतंकवाद कम घातक हो गया है। लेकिन जम्मू कश्मीर सरकार कोई मौका आतंकियों को नहीं देना चाहती है। अतः उसने आतंकियों की मौतों पर प्रोत्साहनों को बढ़ाकर आतंकवादियों पर दबाव बनाए रखने का फैसला किया है।
अगर सूत्रों पर विश्वास करें तो सरकार ने ए डबल प्लस आतंकवादियों के मारने के लिए इनाम राशि की राशि में अढ़ाई लाख की वृद्धि कर दी है। पहले इसके लिए 10 लाख रुपये मिलते थे और अब 12.50 लाख रुपये बतौर इनाम मिला करेंगें।
सूत्रों के मुताबिक, इसी तरह ए प्लस श्रेणी के आतंकवादी के लिए इनाम राशि 5 लाख रुपये से 7.50 लाख रुपये कर दी गई है। ए श्रेणी के आतंकवादियों के लिए राशि 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख कर दी गई है। बी-श्रेणी के आतंकवादियों के लिए यह 2 लाख रुपये से 3 लाख रुपये तक बढ़ गया है और सी-श्रेणी के लिए नकद प्रोत्साहन 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक बढ़ गया है। जानकारी के लिए इनाम राशि जम्मू कश्मीर पुलिस मुख्यालय द्वारा जिले के वरिष्ठ अधीक्षक पुलिस (एसएसपी) को जारी की जाती है जहां एक आतंकवादी की मौत होती है, आमतौर पर मौत के एक सप्ताह के भीतर।
एसएसपी तब उस दल को पैसा वितरित करता है जिसने ऑपरेशन किया था। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि ए से ए और ए प्लस से ए डबल प्लस तक एक आतंकवादी को वर्गीकृत करना इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के अधिकार क्षेत्र में होता है।