नई दिल्ली: NEET और JEE परीक्षा स्थगित करने के केजरीवाल सरकार के प्रस्ताव को LG ने किया रद्द
By स्वाति सिंह | Published: August 29, 2020 09:33 PM2020-08-29T21:33:23+5:302020-08-29T21:48:30+5:30
नई दिल्ली: दिल्ली उपराज्यपाल अनिल बैजल ने राजधानी में NEET और JEE परीक्षा को स्थगित करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। दिल्ली में यह परीक्षा तयशुदा समय पर सितंबर के पहले सप्ताह में होगी। इसकी जानकारी शनिवार को दिल्ली सरकार को दे गई है।
इससे पहले नीट-जेईई की परीक्षा कराने के केंद्र सरकार के फैसले का दिल्ली सरकार ने विरोध किया था। उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का कहना था कि या तो परीक्षा स्थगित होनी चाहिए या फिर उसके वैकल्पिक तरीके केंद्र को खोजने चाहिए। महामारी के दौर में पूरी दुनिया में परीक्षा की नई प्रणालियां विकसित हो रही हैं। इसके हजार तरीके हो सकते हैं। केंद्र सरकार को इस पर काम करना चाहिए।
Delhi: Lieutenant Governor Anil Baijal dismisses the proposal sent by Delhi Government to postpone the NEET and JEE exams in the national capital. pic.twitter.com/JxwfRTn6DY
— ANI (@ANI) August 29, 2020
बता दें कि बीते दिनों केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कोविड-19 की तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाएं नीट और जेईई सितंबर तक स्थगित कर दी हैं। जुलाई में परीक्षाएं कराने की संभावनाओं की समीक्षा करने के लिए गठित चार सदस्यीय समिति की सलाह पर यह फैसला लिया गया है।
केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, ‘‘छात्रों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए हमने जेईई और नीट परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला लिया है। जेईई-मेन परीक्षा एक से छह सितंबर तक होगी, जबकि जेईई-एडवांस परीक्षा 27 सितंबर को होगी। नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होगी।’’
कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा होने के कारण इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षाएं पहली बार पांच मई को स्थगित की गई थीं। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट 26 जुलाई को और जेईई-मेन्स 18 से 23 जुलाई को होने तय थे। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा ली जाने वाली जेईई-एडवांस परीक्षा 23 अगस्त को होनी थी। अभिभावक और छात्र कोविड-19 के मद्देनजर परीक्षाओं को टालने के लिए अभियान चलाए हुए थे। मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, समिति को लगा कि परीक्षाएं टलना निश्चित है क्योंकि कई परीक्षा केन्द्र निषिद्ध क्षेत्रों में स्थित हैं और छात्रों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है।
हालांकि इस देरी से अकादमिक वर्ष का लेखा-जोखा प्रभावित होने की पूरी संभावना है। सूत्रों के अनुसार, नीट और जेईई के लिए काउंसिलिंग अक्टूबर में शुरू होगी और नए बच्चों की कक्षाएं नवंबर के अंत या दिसंबर के पहले सप्ताह से शुरू होंगी। हालांकि, अभी कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।