आधी रात को हुआ ऐलान, मध्य प्रदेश के नए CM होंगे कमलनाथ, आज शपथ ग्रहण पर होगा फैसला
By शिवअनुराग पटैरया | Published: December 14, 2018 12:17 AM2018-12-14T00:17:33+5:302018-12-14T05:49:19+5:30
कमलनाथ ने कहा कि यह पद मेरे लिये मिल का पत्थर है। 1980 को इंदिरा गांधी छिन्दवाड़ा आयी थी। मुझे जनता को सौंपा था। उन्होंने कहा कि ज्योतिरदित्य सिंधिया का धन्यवाद जो मेरा समर्थन किया। इनके पिता के साथ मैंने काम किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। वह राज्य के 26वें मुख्यमंत्री होंगे।गुरुवार देर रातआज देर रात सवा 11 बजे भोपाल में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कमलनाथ को औपचारिक तौर पर विधायक दल का नेता चुना गया। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में उनके नाम की कांग्रेस के पर्यवेक्षक ए के अंटोनी ने घोषणा की।
इस मौके पर कांग्रेस के एक और पर्यवेक्षक भँवर जीतेन्द्र सिंह, मुख्यमंत्री की दौड़ में रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सदस्य विवेक तनखा, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया भी मौजूद थे।
इस अवसर पर कमलनाथ ने कहा कि यह पद मेरे लिये मील का पत्थर है। 1980 को इंदिरा गांधी छिन्दवाड़ा आयी थी। मुझे जनता को सौंपा था। उन्होंने कहा कि ज्योतिरदित्य सिंधिया का धन्यवाद जो मेरा समर्थन किया। इनके पिता के साथ मैंने काम किया। इसलिए इनके समर्थन पर खुशी है। अगला समय चुनौती का है। हम सब मिलकर हमारा वचन पत्र पूरा करेंगे। मुझे पद की कोई भूख नहीं है। मेरी कोई माँग नहीं थी। मैंने अपना पूरा जीवन बिना किसी पद की भूख के कांग्रेस पार्टी को समर्पित किया।
इसके पूर्व कमलनाथ के रात्रि 10 बजे के आसपास विशेष विमान से भोपाल पहुँचे तो विमानतल पर उनका और ज्योतिरादित्य सिंधिया का कार्यकर्ताओं के द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। विमानतल पर कमलनाथ को पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री के लिए दी जाने सुरक्षा व्यवस्था दी गई। वह सुरक्षा व्यवस्था के साथ विमानतल से सीधे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के लिए निकल गए। इसके अलावा उन्होंने शपथ ग्रहण को लेकर कहा कि इसके बारे में शुक्रवार को बताया जाएगा।
भोपाल में आयोजित विधायक दल की बैठक के पूर्व गुरुवार दिनभर दिल्ली में प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के घर पर प्रदेश के कांग्रेस नेताओं की बैठक चलती रही है। रात्रि 8 बजे के आस पास कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के और सिंधिया के ट्वीट के बाद यह स्पष्ट हो गया कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बन गई है। राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ के नाम पर सहमति बनने को जोश के स्थान पर अनुभव को कांग्रेस नेतृत्व के द्वारा तरजीह देना माना जा रहा है।
कमलनाथ ने राज्य के छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से 1980 में पहली बार चुनाव लड़ा था उसके बाद एकाध बार को छोड़कर भी लगातार लोक छिंदवाड़ा लोक सभा क्षेत्र से चुनाव जीतते आ रहे हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में वह संजय गांधी के निकटता मित्र माने जाते थे। जब कमलनाथ ने 1980 में छिंदवाड़ा से पहला लोक सभा चुनाव लड़ा था तो उस वक़्त इन्दिरा गांधी ने उन्हें अपने तीसरे बेटे के तौर पर प्रस्तुत किया था।
जानकार सूत्रों के अनुसार राज्य के नए मुख्यमंत्री का शपथ समारोह 17 दिसंबर को भोपाल के लाल परेड मैदान पर होगा। बताया गया है कि कमलनाथ के साथ लगभग 20 मंत्री भी शपथ लेंगे।