NDRF:एनडीआरएफ की वर्दी में सीने के बायीं ओर ''तिरंगा'' लगा होगा, मोदी सरकार ने लिया फैसला, जानिए कारण
By भाषा | Published: August 7, 2020 08:46 PM2020-08-07T20:46:04+5:302020-08-07T20:46:04+5:30
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में पिछले साल अगस्त में हुई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की बैठक में यह फैसला लिया गया था। एनडीआरएफ ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि अभियानों के दौरान पहनी जाने वाली बल की वर्दी में सीने के बायीं ओर ''तिरंगा'' लगा होगा।
नई दिल्लीः राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के बचावकर्मियों द्वारा बचाव अभियान के दौरान पहनी जाने वाली नारंगी वर्दी पर अब तिरंगा लगा हुआ दिखाई देगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होने कहा कि इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में पिछले साल अगस्त में हुई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की बैठक में यह फैसला लिया गया था। एनडीआरएफ ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि अभियानों के दौरान पहनी जाने वाली बल की वर्दी में सीने के बायीं ओर ''तिरंगा'' लगा होगा।
पांच अगस्त को एनडीआरएफ मुख्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि बल की नारंगी वर्दी पर रेडियम की चमकीली पट्टी लगी होती है। अब इस पर सीने की दाईं ओर एनडीआरएफ का लोगो लगा होगा जबकि पिछले हिस्से में सबसे ऊपर 'एनडीआरएफ इंडिया' लिखा होगा।
हालांकि कुछ वर्दियों में ऐसा नहीं लिखा होगा। आदेश में कहा गया है कि इसके अलावा वर्दी पर किसी तरह की कोई तस्वीर या अक्षर छपा हुआ नहीं होगा। आदेश में एनडीआरएफ बटालियन कमांडरों को इन दिशा-निर्देशों को बिना देर किये लागू करने को कहा गया है। ये भी कहा गया है कि वर्दी की शर्ट और निक्कर अथवा पैंट दोनों का रंग एक जैसा नारंगी होना चाहिये।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि देश का तिरंगा लगाने और बल का नाम लिखे जाने से वर्दी को अलग पहचान मिलेगी। इससे देश और विदेश में काम कर रहे बचावकर्मियों को आसानी से पहचाना जा सकेगा। एनडीआरएफ की स्थापना 2006 में हुई थी और इसमें 12 बटालियन हैं। बल के पास देश के विभिन्न हिस्सों में कुल 13 हजार कर्मी हैं।
भूस्खलन प्रभावित लोगों की मदद के लिए केरल के इडुक्की पहुंचा एनडीआरएफ का दल :शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि केरल के इडुक्की में भूस्खलन से प्रभावित हुए लोगों को राहत पहुंचाने में स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल वहां पहुंच गया है। इडुक्की में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी और 50 से अधिक लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है।
शाह ने ट्वीट किया, ‘‘इडुक्की के राजामलाई में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वाले लोगों के शोक-संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एनडीआरएफ के महानिदेशक से बात की है, उनका दल प्रशासन को राहत कार्यों में हरसंभव सहायता के लिए मौके पर पहुंच गया है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’