ओडिशाः भारत ने किया पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल का सफलता परीक्षण
By रामदीप मिश्रा | Published: October 16, 2020 09:57 PM2020-10-16T21:57:04+5:302020-10-16T21:57:04+5:30
इससे पहले भारत ने सेना के अभ्यास परीक्षण के तहत पृथ्वी-2 मिसाइल का ओडिशा के एक केंद्र से सफल रात्रिकालीन प्रायोगिक परीक्षण किया था। सतह से सतह पर मार करने वाली यह मिसाइल परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम है।
भुवनेश्वरः भारत ने गुरुवार को ओडिशा के बालासोर के तट से 250 किलोमीटर से अधिक की मारक क्षमता वाली पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। डीआरडीओ द्वारा विकसित मिसाइल पहले से ही स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड का हिस्सा है। यह भारत की पहली स्वदेशी सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है।
इससे पहले भारत ने सेना के अभ्यास परीक्षण के तहत पृथ्वी-2 मिसाइल का ओडिशा के एक केंद्र से सफल रात्रिकालीन प्रायोगिक परीक्षण किया था। सतह से सतह पर मार करने वाली यह मिसाइल परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम है। चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से इस अत्याधुनिक मिसाइल को अंधेरे में दागा गया था और परीक्षण सफल रहा था, जिसने सभी मानकों को प्राप्त कर लिया था। मिसाइल के प्रक्षेपण पथ पर रडारों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली और टेलीमेट्री केंद्रों से नजर रखी गई थी, जिसने सभी मानकों को प्राप्त कर लिया था।
वहीं, अभी हाल ही में भारत ने भारतीय वायु सेना के एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से नयी पीढ़ी की एक विकिरण रोधी मिसाइल का सफल परीक्षण किया था जो लंबी दूरी से विविध प्रकार के शत्रु रडारों, वायु रक्षा प्रणालियों और संचार नेटवर्कों को ध्वस्त कर सकती है। मिसाइल रुद्रम-1, भारत की पहली स्वदेश निर्मित विकिरण रोधी शस्त्र प्रणाली है। मैक टू या ध्वनि की गति से दोगुनी रफ्तार वाली मिसाइल में 250 किलोमीटर तक के दायरे में विविध प्रकार की शत्रु रडार प्रणालियों, संचार नेटवर्कों और वायु रक्षा प्रणालियों को मार गिराने की क्षमता होती है।