INDIA Bloc: "जनादेश नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ है, हमारी नजर एनडीए सरकार पर रहेगी", इंडिया ब्लॉक ने बैठक के बाद कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 6, 2024 09:04 IST2024-06-06T08:58:21+5:302024-06-06T09:04:30+5:30
इंडिया के शीर्ष नेताओं ने बीते बुधवार को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक करके सरकार गठन की संभावनाओं पर विचार किया।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 में मिली अप्रत्याशित बढ़त से उत्साहित विपक्षी गठबंधन इंडिया के शीर्ष नेताओं ने बीते बुधवार को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक करके सरकार गठन की संभावनाओं पर विचार किया।
हालांकि बैठक में शामिल सभी नेताओं ने सरकार बनाने के सक्रिय प्रयास के बजाय संयम बरतने के भी संकेत दिये। दरअसल विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस बहुमत की संख्या 272 जुटाने के मूड में नहीं थी, लेकिन शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ दल सरकार बनाने के लिए विकल्प तलाशने के पक्ष में थे।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक में भाग लेने वाले लगभग सभी नेताओं ने माना कि लोगों का जनादेश भाजपा के खिलाफ है फिर भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा भी पार कर लिया है। इसलिए बैठक के अंत में बहुमत से माना गया कि विपक्षी गठबंधन इंडिया को अभी इंतजार करना चाहिए और राजनीतिक घटनाक्रम को देखना चाहिए।
जनादेश को भाजपा सरकार को जवाब बताते हुए गठबंधन ने कहा कि वह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के फासीवादी शासन के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गठबंधन का एक संयुक्त बयान पढ़ते हुए कहा, "विपक्षी गठबंधन सरकार का दावा पेश करने के लिए उचित समय का इंतजार करेगी"
इंडिया ब्लॉक ने अपने बयान में कहा, “इंडिया ब्लॉक जनता द्वारा प्राप्त भारी समर्थन के लिए लोगों को धन्यवाद देते हैं। लोगों के जनादेश ने भाजपा और उनकी नफरत, भ्रष्टाचार और अभाव की राजनीति को करारा जवाब दिया है। यह भारत के संविधान की रक्षा, महंगाई, बेरोजगारी और साठगांठ वाले पूंजीवाद के खिलाफ और लोकतंत्र को बचाने के लिए एक जनादेश है।''
दूसरी ओर बैठक में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में खड़गे ने कहा कि जनादेश "निर्णायक रूप से" मोदी और उनकी राजनीति के खिलाफ है। उन्होंने कहा, "यह उनके लिए व्यक्तिगत रूप से एक बड़ी राजनीतिक क्षति के अलावा स्पष्ट नैतिक हार भी है।"
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए द्वारा शुक्रवार को सरकार बनाने का दावा पेश करने के साथ विपक्ष की बैठक में कांग्रेस की सोनिया गांधी और राहुल गांधी और एनसीपी के शरद पवार जैसे दिग्गजों सहित कई नेता बैठक में शामिल हुए।
लेकिन दो प्रमुख दलों के नेता अनुपस्थित भी रहे, जिसमें टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और शिवसेना (यूबीटी) के उद्धव ठाकरे थे। दोनों ने अपनी जगह बैठक में अपने प्रतिनिधि भेजे। बैठक में टीएमसी का प्रतिनिधित्व ममता के भतीजे और वरिष्ठ टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने किया। वहीं उद्धव की ओर से राज्यसभा सांसद संजय राउत मौजूद थे।
बैठक की शुरुआत में खड़गे ने कहा कि मोदी "लोगों की इच्छा को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं। उन्होंने कहा, "भारत ब्लॉक उन सभी पार्टियों का स्वागत करता है जो संविधान की प्रस्तावना में निहित मूल्यों, सामाजिक और राजनीतिक न्याय और आर्थिक रूप से इसके कई प्रावधानों के प्रति मौलिक प्रतिबद्धता साझा करते हैं।"
सूत्रों ने कहा कि कुछ नेताओं की राय थी कि गठबंधन को टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू के नीतीश कुमार को विपक्षी खेमे में आमंत्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन के कुछ नेता उनके संपर्क में हैं। टीएमसी के अभिषेक बनर्जी, जो गठबंधन द्वारा संख्या बल जुटाने के विकल्प तलाशने के पक्ष में थे। उन्होंने बैठक में कहा कि भाजपा के तीन सांसद उनके संपर्क में हैं।
एनडीए खेमे में टीडीपी ने 16 सीटें जीती हैं, वहीं जेडीयू के खाते में 12 सीटें हैं। इंडिया ब्लॉक 232 सीटें हासिल करने में कामयाब रहा है। राजस्थान में कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों - राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी ने एक-एक सीट जीती। विपक्षी गठबंधन 272 के आधे आंकड़े से 38 सीटें कम है।
हालांकि ममता बैठक में शामिल नहीं हुईं, लेकिन टीएमसी की उपस्थिति कई पार्टियों के लिए आश्वस्त करने वाली थी। टीएमसी ने बड़े गठबंधन का हिस्सा रहते हुए राज्य में भाजपा और कांग्रेस-वाम गठबंधन के खिलाफ अकेले चुनाव लड़ा था। ठाकरे का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ नेता संजय राउत और अरविंद सावंत ने किया।
विपक्ष की बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी वाड्रा, और तमिलनाडु के सीएम और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, एसपी के अखिलेश यादव और राजद के तेजस्वी यादव जैसे अन्य लोग भी शामिल हुए। बैठक में सीपीएम के सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा, झारखंड के मुख्यमंत्री और जेएमएम नेता चंपई सोरेन और आप के संजय सिंह और राघव चड्ढा भी शामिल हुए।
उपस्थित अन्य नेताओं में सीपीआई (एमएल) के दीपांकर भट्टाचार्य, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, मुस्लिम लीग के सैय्यद सादिक अली शिहाब थंगल और पीके कुन्हालीकुट्टी, केसी (एम) के जोस के मणि, वीसीके के थोल थिरुमावलवन, आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन, एमएमके के एम एच, जवाहिरुल्लाह, फॉरवर्ड ब्लॉक के जी देवराजन और केएमडीके के ई आर ईश्वरन शामिल थे।
बैठक से पहले जब यह पूछा गया कि क्या विपक्ष सरकार के लिए दावा पेश करने के लिए संख्या बल जुटाने पर विचार कर रहा है तो तेजस्वी ने कहा, ''हम आज बैठक के लिए आए हैं। धैर्य रखें, प्रतीक्षा करें और देखें कि क्या होता है।”