देसी ऐड-टेक कंपनी बाईजूस पर लगा बड़ा आरोप, NCPCR का दावा- कोर्स लेने के लिए कंपनी खरीद रही है बच्चे और माता-पिता का फोन नंबर-दे रही है धमकी
By आजाद खान | Published: December 21, 2022 09:40 AM2022-12-21T09:40:23+5:302022-12-21T10:07:37+5:30
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा है कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि कंपनी बच्चे और उसके माता-पिता का नंबर खरीद रही है। यही नहीं वे उन्हें धमकी भी दे रही है और इसके लिए उनके माता-पिता को झांसा भी दे रही है।
नई दिल्ली:भारत की सबसे बड़ी ऐड-टेक कंपनी बाईजूस पर आरोप लगा है कि कंपनी कथित तौर पर बच्चों और उनके माता-पिता के फोन नंबर खरीद रही है और उन्हें धमकी भी दे रही है। इस पर बोलते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कहा है कि कंपनी पर गंभीर आरोप लगे है जिसके तहत संस्था कार्रवाई भी शुरू करने जा रही है।
आरोप है कि कंपनी अपने कोर्स को बेचने के लिए नियमों का उल्लघंन कर रही है और बच्चों के भविष्य को बर्बाद करने की धमकी भी दे रही है। इस सिलसिले में बाइजूस के के सीईओ को पहले तलब भी किया जा चुका है।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि ऐड-टेक कंपनी बाईजूस पर यह आरोप लगे है कि कंपनी ने कथित तौर बच्चों और उनके माता-पिता के फोन नंबर को खरीद रही है। यही नहीं कंपनी पर यह भी आरोप लगे है कि वे उन्हें धमकी भी दे रही है कि अगर कंपनी का कोर्स नहीं खरीदा जाएगा तो वे बच्चों का भविष्य भी बर्बाद कर देंगे।
We came to know how Byju's buying phone numbers of children & their parents, rigorously following them & threatening them that their future will be ruined. They're targeting first-generation learners. We'll initiate action & if need be will make report & write to govt:NCPCR Chief pic.twitter.com/MEpOf7PRbx
— ANI (@ANI) December 20, 2022
आयोग ने एक समाचार की रिपोर्ट के आधार पर कंपनी पर कार्वाई की है। मामले में आयोग का कहना है कि कंपनी की सेल्स टीम बच्चों के माता पिता को कोर्स खरीदने के लिए लुभावने आभार दिए जा रहे है। यही नहीं आयोग का यह भी दावा है कि वह बच्चों के माता पिता के साछ धोखा कर उनके पैसों को लूट रही है।
मामले में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने क्या कहा है
इस पूरे मामले में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने कहा है कि "हमें पता चला कि कैसे बायजू बच्चों और उनके माता-पिता के फोन नंबर खरीदता है। नंबर खरीदने के लिए कंपनी की तरफ से पेरेंट्स का पीछा किया जाता है और उन्हें धमकी दी जाती है कि उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा। कंपनी की तरफ से शुरुआती पढ़ाई करने वाले बच्चों को टार्गेट किया जा रहा है।"