NCP करेगी ट्रिपल तलाक बिल की राह आसान, राज्यसभा में NDA को दे सकती है समर्थन
By हरीश गुप्ता | Published: July 23, 2019 08:15 AM2019-07-23T08:15:03+5:302019-07-23T08:16:25+5:30
भाजपा को पिछले कई सत्रों में तीन तलाक बिल राज्यसभा से पारित कराने में पसीना आ रहा है. यही वजह है कि पिछले दो वर्ष से वह अध्यादेश की मदद ले रही है. राकांपा मूल तौर पर कांग्रेसनीत गठबंधन का हिस्सा है और दोनों मिलकर चुनाव भी लड़ते हैं.
एक बेहद चौंकाने वाले घटनाक्रम में सत्तारूढ़ राजग को तीन तलाक बिल पर राकांपा ने समर्थन के संकेत दे दिए हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक राकांपा के सांसद राज्यसभा में मतदान के दौरान अनुपस्थित रहकर राजग का काम आसान कर देंगे. ट्रिपल तलाक बिल पारित कराने के लिए भाजपा संसद के वर्तमान सत्र को तीन दिन बढ़ाने पर विचार कर रही है.
उल्लेखनीय है कि भाजपा को पिछले कई सत्रों में तीन तलाक बिल राज्यसभा से पारित कराने में पसीना आ रहा है. यही वजह है कि पिछले दो वर्ष से वह अध्यादेश की मदद ले रही है. राकांपा मूल तौर पर कांग्रेसनीत गठबंधन का हिस्सा है और दोनों मिलकर चुनाव भी लड़ते हैं. लेकिन अब राकांपा के नेतृत्व को यह अहसास हो चुका है कि बिल का विरोध 2019 के चुनाव परिणामों के जनमत का विरोध होगा.
राकांपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर लोकमत समूह से बातचीत में कहा कि एक बात साफ है कि पार्टी इस बिल के विरोध में मतदान नहीं करेगी. राकांपा का यह रूख भाजपा के लिए खुशखबरी है. 240 सदस्यीय राज्यसभा में उसके पास फिलहाल केवल 78 सांसद हैं. तीन मनोनीत, चार निर्दलीय मिलाकर राजग के पास 97 सांसद हैं.
इसमें जदयू के छह सांसद शामिल नहीं है. उल्लेखनीय है कि जदयू बिल का विरोध करती है. अन्नाद्रमुक और बीजद ट्रिपल तलाक बिल को समर्थन का साफ संकेत दे चुके हैं. इन दोनों दलों के मिलाकर राज्यसभा में कुल 20 सदस्य हैं.
इनके समर्थन से राजग का आंकड़ा जदयू के बगैर 117 को छू लेगा. उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक वायएसआर कांग्रेस (2), पीडीपी (2) और जद-एस (1) अपने राज्यों के राजनीतिक हालातों के चलते मतदान से अनुपस्थित रहेंगे. इसके अलावा राकांपा के 9 राज्यसभा सदस्यों की गैरमौजूदगी सदन में सदस्यों की संख्या को 231 पर ले आएगी. 231 सदस्यीय सदन में 117 सांसदों का समर्थन भाजपा को ट्रिपल तलाक बिल पारित करने में बहुप्रतीक्षित कामयाबी दिला देगा.