बिहार में नक्सली गतिविधियां, गृह मंत्रालय के निर्देश पर पुलिस को किया गया अलर्ट, एसपी को भेजे गए दिशा-निर्देश
By एस पी सिन्हा | Published: January 4, 2021 01:08 PM2021-01-04T13:08:10+5:302021-01-04T13:11:27+5:30
बिहार के कटिहार जिले में पांच अफगानी नागरिक और झारखण्ड में इंटरनेशनल अपराधी दाऊद इब्राहिम के गुर्गे के पकडे़ जाने के बाद अब सीमांचल, मिथिलांचल सहित सभी सीमाई इलाकों पर सुरक्षा-व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है.
पटनाः बिहार पुलिस मुख्यालय ने नक्सलियों और लगातार घुसपैठियों के पकडे़ जाने के बाद गृह मंत्रालय से मिले दिशा-निर्देश के आलोक में सभी जिलों को अलर्ट जारी किया है.
नक्सली अपने प्रभाव वाले इलाके में सुरक्षाबलों और मुखबिरों पर हमले की तैयारी में जुटे हैं. इसके लिए नक्सलियों ने टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन की शुरुआत की है. नक्सलियों ने लिस्ट भी तैयार कर ली है और इसके लिए कई स्तर पर कमेटी भी बनाने का काम चालू है.
वहीं, कटिहार जिले में पांच अफगानी नागरिक और झारखण्ड में इंटरनेशनल अपराधी दाऊद इब्राहिम के गुर्गे के पकडे़ जाने के बाद अब सीमांचल, मिथिलांचल सहित सभी सीमाई इलाकों पर सुरक्षा-व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है. खासकर नेपाल से सटे इलाकों पर गृह मंत्रालय की विशेष नजर बनी हुई है.
पश्चिम बंगाल के आसपास के कुछ इलाकों में बांग्लादेश की भी सीमा हो सटती है
प्राप्त जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के आसपास के कुछ इलाकों में बांग्लादेश की भी सीमा हो सटती है और यहां पर भी खुले बॉर्डर का फायदा उठाकर आपराधिक तत्व भारत की सीमा में प्रवेश कर जा रहे हैं. पश्चिम बंगाल के भी सीमाई इलाकों पर स्थित बीएसएफ और अन्य सुरक्षा बलों के जवानों को 24 घंटे गश्त करने और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने को लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं. इस मामले को लेकर गृह मंत्रालय के द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.
खुफिया सूत्रों के अनुसार मिथिलांचल, कोसी, सीमांचल से पश्चिम बंगाल के सीमाई इलाकों पर डेढ सौ से अधिक संदिग्ध लोग रह रहे हैं. ये लोग अपनी पहचान को भी खुफिया रखकर गुजर बसर कर रहे हैं. बीते दिनों कटिहार में पकडे़ गये पांच अफगानियों से पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. जिसके आधार पर जांच की जा रही है.
भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वाला गढ़ बन गया
इतना ही नहीं नेपाल भी अब भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वाला गढ़ बन गया है. बताया जाता है कि कई देशों के ऐसे संदिग्ध गतिविधि में शामिल लोग जो भारतीय क्षेत्रों में गड़बड़ी करते हैं वह आसानी से नेपाल में रह रहे हैं. कोविड-19 के बाद से लगातार इंडो नेपाल के बिगडे़ रिश्ते का फायदा इस तरह के भारत विरोधी कार्य करने वाले लोग उठा रहे हैं.
बताया जाता है कि लगातार इस तरह के खुलासे होने के बाद से कई ऐसे संदिग्ध लोगों पर कार्रवाई भी हुई है और सुरक्षा एजेंसी के हरकत में आने के बाद सीमाई इलाकों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी भी की गई है. किसी भी तरह के संदिग्ध लोगों को देखते ही तुरंत कार्रवाई की जा रही है और 24 घंटे गश्त किया जा रहा है.
एसएसबी के महिला जवान भी इस पर नजर रख रहीं हैं
पहले महिलाओं की आड़ में भी कुछ संदिग्ध आते थे, लेकिन अब एसएसबी के महिला जवान भी इस पर नजर रख रहीं हैं. इसके साथ ही बिहार पुलिस मुख्यालय से स्पेशल ब्रांच के एडीजी ने नक्सलियों के इस अभियान को लेकर जिलों को सतर्क किया है.
पुलिस मुख्यालय के तरफ से जो पत्र जारी किए गए हैं, उसमें यह बताया गया है कि नक्सली टीसीओसी अप्रैल से जून तक चलाते हैं. लेकिन इस बार उन्होंने प्लानिंग बदल ली है और दो चरणों में चलाने का फैसला लिया है. इस साल जनवरी से मार्च और अप्रैल से जून तक दो चरणों में टीसीओसी चलाया जाएगा.
नक्सली कई नए लोगों की टीम तैयार कर रहे हैं
खुफिया विभाग की रिपोर्ट है के अनुसार इसके तहत नक्सली पुलिस, अर्धसैनिक बलों, पिकेट, बैंक, डाकघर, जेल, सुरक्षा बलों के बेस कैंप, मुखबिरों, चौकीदारों, दफादारों, नेताओं और सरकारी कार्य से जुडे़ पदाधिकारी और ठेकेदारों को निशाने पर लिया है.
पुलिस को जानकारी मिली है कि इसके लिए नक्सली कई नए लोगों की टीम तैयार कर रहे हैं और कैडर में भर्ती कर रहे हैं. नक्सली अपने आधार को मजबूत करने में लगे हैं. पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने क्रांतिकारी किसान कमेटी, सेल्फ डिफेंस स्क्वायड, पीपुल्स मिलिशिया स्क्वायड, लोकल गुरिल्ला स्क्वायड, ग्रामीण सेल कमेटी और ग्रामीण महिला कमेटी को फिर कार्यरत करने पर काम शुरू कर दिया है. जिसके बाद सभी जिलों के एसपी को अलर्ट जारी किया गया है और उचित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.