झारखंडः सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, दो लाख के इनामी कुख्यात नक्सली एरिया कमांडर को किया ढेर
By एस पी सिन्हा | Published: September 14, 2018 05:57 PM2018-09-14T17:57:05+5:302018-09-14T17:57:05+5:30
मिली जानकारी के अनुसार कृष्णा गोप अपने साथियों के साथ बोंडेकेरा जंगल में पहुंचा हुआ था। इसकी गोपनीय सूचना पुलिस को मिली। सूचना मिलने के बाद अहले सुबह पुलिस ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया।
रांची, 14 सितंबर: झारखंड में गुमला पुलिस को बडी सफलता मिली है। पुलिस ने एक कुख्यात नक्सली को मार गिराया है। कुख्यात नक्सली एरिया कमांडर था, जिसका नाम कृष्णा गोप था। झारखंड सरकार ने इसके ऊपर दो लाख का इनाम रखा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुमला पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के खिलाफ गुरुवार की देर रात बसिया थाना क्षेत्र के बोंडेकेरा गांव के जंगल मे एरिया कमांडर कृष्णा गोप को मार गिराया। उसके मारे जाने के बाद से पुलिस ने क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। माना जा रहा है कि इलाके में आनेवाले समय में नक्सली गतिविधियां कम होंगी।
मिली जानकारी के अनुसार कृष्णा गोप अपने साथियों के साथ बोंडेकेरा जंगल में पहुंचा हुआ था। इसकी गोपनीय सूचना पुलिस को मिली। सूचना मिलने के बाद अहले सुबह पुलिस ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया। जब नक्सलियों को इसकी जानकारी हुई तब उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। फिर पुलिस की तरफ से भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी गई।
पुलिस की इसी जवाबी फायरिंग में पीएलएफआई का एरिया कमांडर कृष्णा गोप मारा गया। मगर, इसके बाद उसके अन्य साथी घटनास्थल से भागने में सफल हो गए। बता दें कि कृष्णा गोप बसिया कामडरा के साथ ही खूंटी के सीमावर्ती इलाकों में आतंक का पर्याय बना हुआ था। इलाके में उसकी मौजूदगी को लेकर लोग दहशत में रहा करते थे।
बताया जाता है कि पुलिस मुठभेड में मारे गये नक्सली कृष्णा गोप पर कई सारी हत्याओं का आरोप है। उसके इस तरह से सक्रिय होने के कारण ही सरकार ने उस पर एक लाख रुपयों का इनाम घोषित कर रखा था। इस नक्सली के मारे जाने के बाद से पूरे इलाके में पुलिस की छापामारी तेज कर दी गई है।
हालांकि, बात यह भी छनकर आ रही है कि अपने को पुलिस से घिरता देख कृष्णा ने खुद को गोली मार ली। उसकी दाहिनी कनपट्टी में गोली लगी है, जो दूसरी कनपट्टी को छेद कर निकल गई। पुलिस ने कृष्णा के एक सहयोगी को भी मुठभेड़ स्थल से पकड़ा है। बसिया थाना में उससे पूछताछ की जा रही है।
सूत्र बताते हैं कि कृष्णा अपने एक सहयोगी के साथ बोंडेकेरा गांव से कुछ दूरी पर स्थित जंगल में बने मचान पर सोया था। तभी रात करीब 12 बजे पुलिस ने घेराबंदी की और कृष्णा को मार गिराया। कृष्णा गुमला के अलावा रांची व खूंटी जिला के कई इलाकों में सक्रिय था। कई बड़ी नक्सली वारदातों में वह शामिल रहा था। कृष्णा पिछले कुछ दिनों से पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। पूरे झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ जोर-शोर से अभियान चलाया जा रहा है।