'समीर दाऊद वानखेड़े है असली नाम' नवाब मलिक ने दिखाया बर्थ सर्टिफिकेट तो NCB अधिकारी ने दिया ये जवाब
By विनीत कुमार | Published: October 25, 2021 03:48 PM2021-10-25T15:48:58+5:302021-10-25T15:53:32+5:30
नवाब मलिक ने सोमवार को एक कथित बर्थ सर्टिफिकेट ट्वीट एक बार फिर समीर वानखेड़े पर निशाना साधा।
मुंबई: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरी (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने नवाब मलिक के उन आरोपों का जवाब दिया है जिसमें जन्म प्रमाण पत्र समेत जाली दस्तावेजों के इस्तेमाल का आरोप लगाया गया है। वानखेड़े ने कहा है कि उनके पिता हिंदू हैं और मां मुस्लिम थीं।
इससे पहले नवाब मलिक ने कहा था कि समीर वानखेड़े के पिता का नाम दाऊद वानखेड़े है। साथ ही पत्रकारों से बात करते हुए नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े एक फर्जी व्यक्ति है। उन्होंने कहा, 'इसका जन्म प्रमाण पत्र समीर दाऊद वानखेड़े का है। इसने जन्म प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ की और उनके पिताजी ने धर्मांतरण करने के बाद जो नाम बदला था उसे दुरुस्त किया।'
मलिक ने कथित प्रमाणपत्र की तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा, ‘समीर दाऊद वानखेड़े का यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा।’
Sameer Dawood Wankhede का यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा pic.twitter.com/rjdOkPs4T6
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) October 25, 2021
समीर वानखेड़े ने क्या कहा?
वहीं, वानखेड़े ने मंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि उनका यह कदम अपमानजनक और उनके परिवार की निजता पर हमला है। वानखेड़े ने एक बयान में कहा, ‘पिछले कुछ दिनों में मंत्री ने जो काम किए हैं उसने मुझे और मेरे परिवार को अत्यधिक मानसिक और भावनात्मक दबाव में ला दिया है।’
मलिक द्वारा पोस्ट की गयी तस्वीर में एनसीबी अधिकारी के पिता का नाम दाऊद दिखाया गया है। वानखेड़े ने कहा कि उनके पिता का नाम ज्ञानदेव है जो एक आबकारी अधिकारी थे।
मलिक नशीले पदार्थ के एक मामले में अपने दामाद की गिरफ्तारी के बाद से ही वानखेड़े पर निशाना साध रहे हैं। मलिक ने दावा किया था कि एनसीबी अधिकारियों ने उनके दामाद पर गलत आरोपों में मुकदमा दर्ज किया और उनके पास से कोई प्रतिबंधित नशीला पदार्थ बरामद नहीं किया गया।
एनसीपी प्रवक्ता मलिक ने हाल में दावा किया था कि उनकी सरकार जल्द ही वानखेड़े को जेल पहुंचाएगी।
वानखेड़े पर वसूली के आरोप भी
नवाब मलिक पूर्व में वानखेड़े पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं। वहीं हाल में आर्यन खान मामले में भी एनसीबी के ही एक स्वतंत्र गवाह ने दावा किया है कि शाहरुख खान के बेटे को जेल से छोड़ने के लिए 25 करोड़ की मांग की गई थी।
इस बीच खबर है कि समीर वानखेड़े पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए दिल्ली से एनसीबी की एक टीम मुंबई पहुंच रही है। इस टीम में एसीबी के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह और दो इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों को शामिल किया गया है।
(भाषा इनपुट)