राष्ट्रीय और राज्य मानवाधिकार आयोगों ने सहयोग के नये क्षेत्र तलाशने के लिए बैठक की
By भाषा | Published: October 13, 2021 04:58 PM2021-10-13T16:58:46+5:302021-10-13T16:58:46+5:30
नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) और राज्य मानवाधिकार आयोगों (एसएचआरसी) ने सहयोग के नये क्षेत्रों को तलाशने और मानवाधिकारों के संरक्षण और प्रोत्साहन के सर्वश्रेष्छ तौर-तरीकों को साझा करने के लिए बुधवार को बैठक की।
अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा की उपस्थिति में यहां विज्ञान भवन में यह बैठक हुई।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मंगलवार को अपना 28वां स्थापना दिवस मनाया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनएचआरसी और एसएचआरसी की बैठक मानवाधिकारों के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए सहयोग के समान एवं नये क्षेत्रों को तलाशने के मकसद से हुई है।
उन्होंने कहा कि इसका मकसद विभिन्न एसएचआरसी की ओर से मानवाधिकारों के संरक्षण एवं प्रोत्साहन की दिशा में अपनाए गए सर्वश्रेष्ठ तौर-तरीकों और एवं गतिविधियों को साझा करना है।
एनएचआरसी और एसएचआरसी मानवाधिकार संरक्षण आयोग कानून-1993 के तहत संचालित होते हैं। एसएचआरसी राज्य स्तर पर स्वतंत्र इकाइयां होती हैं और वे एनएचआरसी के तहत नहीं आते हैं।
मिश्रा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्थापना दिवस के मौके पर कहा था कि एनएचआरसी पिछले 28 वर्षों से काम कर रहा है, हालांकि कई शक्तिशाली देशों में अभी तक ऐसी संस्थाएं स्थापित नहीं हुई हैं। दुनिया की आबादी का लगभग छठा हिस्सा भारत में रहता है। भारत में एक लोकतांत्रिक प्रणाली है, जो हर मुद्दे को शांतिपूर्ण और वैध तरीके से हल करती है।
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