पीएम मोदी ने इस्कॉन मंदिर में एक विशाल भगवद्गीता का किया अनावरण, मेट्रो में भी किया सफर
By भाषा | Published: February 26, 2019 07:59 PM2019-02-26T19:59:34+5:302019-02-26T19:59:34+5:30
इस्कॉन के अनुसार इस पुस्तक का नाम ‘एस्टाउन्डिंग भगवद् गीता’ दिया गया है। इसका आकार 2.8 मीटर गुणा 2 मीटर है। इसे ‘‘दुनिया की सबसे बड़ी पवित्र पुस्तक’’ के रूप में प्रस्तुत किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आयोजन स्थल पर पहुंचने के लिये वायलेट लाइन पर खान मार्केट मेट्रो स्टेशन से एक ट्रेन में सवार हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश में इस्कॉन मंदिर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिये मंगलवार को खान मार्केट मेट्रो स्टेशन से मेट्रो ट्रेन से यात्रा की। पीएम मोदी ने मंदिर में एक विशाल भगवद्गीता का अनावरण किया। 670 पन्नों की इस पवित्र पुस्तक का वजन 800 किलोग्राम है। यह मंदिर कैलाश कॉलोनी मेट्रो स्टेशन के पास स्थित है।
इस्कॉन के अनुसार इस पुस्तक का नाम ‘एस्टाउन्डिंग भगवद् गीता’ दिया गया है। इसका आकार 2.8 मीटर गुणा 2 मीटर है। इसे ‘‘दुनिया की सबसे बड़ी पवित्र पुस्तक’’ के रूप में प्रस्तुत किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आयोजन स्थल पर पहुंचने के लिये वायलेट लाइन पर खान मार्केट मेट्रो स्टेशन से एक ट्रेन में सवार हुए।
वह नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन पर उतरे। डिब्बे के भीतर उन्होंने कुछ यात्रियों से बातचीत की और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) 400 से अधिक मंदिरों का एक विश्वव्यापी परिसंघ है जो 100 शाकाहारी रेस्त्रां और कई प्रकार की सामुदायिक सेवा परियोजनाएं भी चलाता है।
आयोजन स्थल के आस-पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे। यहां आम तौर पर काफी भीड-भाड़ रहती है। इस्कॉन ने बताया कि 18 अति सुंदर चित्रों और एक अभिनव सुंदर लेआउट के साथ पुस्तक इटली के मिलान में युपो सिंथेटिक पेपर पर मुद्रित की गई है ताकि इसे नहीं फाड़े जाने योग्य और जलरोधी बनाया जा सके।
भगवद् गीता हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ है। यह महाकाव्य महाभारत का हिस्सा है और इसमें युद्ध के मैदान में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जन को दी गई शिक्षाएं शामिल हैं।