जी-20 शिखर सम्मेलन: ब्रिक्स की अनौपचारिक बैठक में पीएम मोदी ने गिनाई तीन चुनौतियां, दिये ये पांच सुझाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 28, 2019 08:36 AM2019-06-28T08:36:41+5:302019-06-28T08:52:40+5:30
G-20 Summit 2019: पीएम मोदी ने शुक्रवार (28 जून) को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात की। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में मिली विशाल जीत के लिए बधाई दी है।
जी-20 शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स (BRICS) की अनौपचारिक बैठक में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन चुनौतियां गिनाई। इसके अलावा उन्होंने पांच सुझाव भी दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा है जो न सिर्फ बेगुनाहों की हत्या करता है बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।
जापान के ओसाका शहर में ब्रिक्स नेताओं की अनौपचारिक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद और जातिवाद का किसी भी जरिए से समर्थन बंद करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘ आतंकवाद मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा है। यह सिर्फ निर्दोषों की ही हत्या नहीं करता बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। ’’ प्रधानमंत्री जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये ओसाका पहुंचे हैं।
पीएम मोदी ने गिनाई ये तीन चुनौतियां
पहली चुनौती- विश्व की अर्थव्यवस्था में मंदी और अनिश्चिकता
दूसरी चुनौती - विकास और प्रगति को समावेशी बनाना
तीसरी चुनौती- आतंकावाद
#WATCH Prime Minister Narendra Modi outlines "Three major challenges" at the informal meeting of BRICS leaders on the sidelines of the #G20Summit in Osaka, Japan. pic.twitter.com/hO6UprMbMf
— ANI (@ANI) June 28, 2019
पीएम मोदी ने दिये ये पांच सुझाव
1. ब्रिक्स देशों के बीच तालमेल से एकतरफा फैसलों के दुष्परिणामों का निदान कुछ हद तक हो सकता है। हमें रिफॉर्म मल्टीमलेट्रिजम के लिए अतंर्राष्ट्रीय वित्तीय और व्यापारिक संस्थाओं और संगठनों में आवश्यक सुधार पर जोर देता रहना होगा।
2. निरंतर आर्थिक विकास के लिए आवश्यक ऊर्जा के संसाधन जैसे तेल और गैर कम किमतों पर लगातार उपलब्ध रहने चाहिए
3. न्यू डवलेपमेंट बैंक द्वारा सदस्य देशों के भौतिक और सामाजिक इंफास्ट्रेक्चर तथा रिन्यूबल एनर्जी कार्यकर्मों में निवेशकों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
4. कोलेशियन और डिजास्टर रेजेलियंट इंफास्ट्रेक्चर के लिए भारत की पहल अल्प विकसित और विकासशील देशों को प्राकृतिक आपदा का सामनना करने के लिए उचित इंफास्ट्रक्चर में सहायक होगी।
5.विश्वभर में कुशल करीगरों का आवागमन आसान होना चाहिए। इससे उन देशों को भी लाभ होगा जहां आबादी का एक बड़ा हिस्सा कामकाजी की उम्र पार कर चुका है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने हाल ही में आतंकवाद पर एक ग्लोबल कांफ्रेंस का आह्वान किया है। आतंकवाद के खिलाफ जरूरी सहमति का आभाव हमें निष्क्रिय ही नहीं रख सकता । आतंकवाद के खिलाफ संघर्षों प्रमुख प्राथमिकताओं में जगह देने के लिए मैं ब्राजील की सराहना करता हूं।
पीएम मोदी ने एक्सिलियंसी ब्राजीलिया (excellency brasilia) में ब्रिक्स समिट की मैं उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहा हूं। इस समिट को सफल बनाने के लिए भारत पूरा सहयोग करेगा।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi gives "five suggestions" to tackle the "three major challenges" he outlined at the informal meeting of BRICS leaders on the sidelines of the #G20Summit in Osaka, Japan. pic.twitter.com/pHkQj7iwyA
— ANI (@ANI) June 28, 2019
बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन में शु्क्रवार (28 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात की। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में मिली विशाल जीत के लिए बधाई दी है। वहीं, दोनों देशों ने मिलकर चार अहम मुद्दों पर बातचीत करेंगे है। इनमें ईरान, 5 जी, रक्षा, द्विपक्षीय संबंध शामिल हैं।
जापान-अमेरिका-भारत के बीच त्रिपक्षीय बैठक के थोड़ी देर बाद दोनों नेताओं ने मुलाकात की, जिसमें मोदी ने समूह के लिए ‘‘भारत के महत्व’’ को रेखांकित किया था। मोदी-ट्रम्प की बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी उत्पादों पर "अत्यधिक उच्च" शुल्क लगाने के भारत के निर्णय की अमेरिकी राष्ट्रपति खुलकर आलोचना करते रहे हैं।