“नरेंद्र मोदी नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं", शरद पवार ने केंद्रीय एजेंसियों पर सवाल उठाते हुए कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 6, 2023 09:46 AM2023-09-06T09:46:51+5:302023-09-06T09:49:36+5:30
एनसीपी चीफ शरद पवार ने केंद्र की सत्ता पर काबिज नरेंद्र मोदी सरकार को केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के लिए घेरा और जमकर निशाना साधा।

फाइल फोटो
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्र की सत्ता पर काबिज नरेंद्र मोदी सरकार को केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के लिए घेरा और जमकर निशाना साधा। एनसीपी चीफ पवार ने बीते मंगलवार को जलगांव में आयोजित एक रैली में मोदी सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार विपक्षी दलों के नेताओं को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग कर रही है।
इसके साथ ही शरद पवार ने शिवसेना और एनसीपी में हुए विभाजन के लिए भी सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और उन्हें इसके लिए दोषी ठहराया।
समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियान एक्सप्रेस के अनुसार अजित पवार की बगावत के बाद महाराष्ट्र का दौरा कर रहे शरद पवार जलगांव से पहले येओला, बीड और कोल्हापुर में भी रैली कर चुके हैं।
जलगांव में शरद पवार ने कहा कि मोदी पिछले नौ साल से सत्ता में हैं, जो एक उपलब्धि है। हालांकि, इन नौ सालों के दौरान उन्होंने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए और उनकी पार्टियों को तोड़ने के लिए ईडी, सीबीआई और आईटी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का जमकर दुरुपयोग किया है।
पवार ने कहा, “नरेंद्र मोदी ने अपनी सत्ता का उपयोग लोगों के कल्याण की बजाय करने के बजाय नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने के लिए किया है। हमारी पार्टी के नेता और पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की कोई गलती नहीं थी लेकिन उन्हें जेल में डाल दिया गया। इसी तरह से नवाब मलिक को भी फंसाया गया और सलाखों के पीछे डाल दिया गया। सत्ता का इस्तेमाल लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाना चाहिए था, न कि उन्हें निशाना बनाने के लिए।”
एनसीपी चीफ ने बताया कि किसी तरह से नरेंद्र मोदी ने अपनी भोपाल रैली में एनसीपी की आलोचना की और महाराष्ट्र की सिंचाई एवं राज्य सहकारी बैंक घोटाले का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, ''मैं मोदी से उन मामलों की जांच करने की अपील करता हूं जो उन्होंने भोपाल में दिये अपने भाषणों में उठाए थे। यदि कोई गलत काम कर रहा है और भ्रष्टाचार में लिप्त है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। कम से कम जांच तो शुरू की जानी चाहिए लेकिन किसी को झूठे आरोपों में नहीं फंसना चाहिए।"
पवार ने महाराष्ट्र की राजनीति पर कहा कि आज सत्ता गलत लोगों के हाथ में है और समय आने पर लोगों के इस सरकार के खिलाफ वोट का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसी सत्ता को जरूर सबक सिखाने की जरूरत है, जिन्होंने मराठा समुदाय के प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। सत्ता में बैठे लोग किसानों के प्रति असंवेदनशील हैं और सूखे को कम करने के लिए उनके पास कोई योजना नहीं है। पीने के पानी और चारे की कमी है, लेकिन राज्य सरकार को कोई चिंता नहीं है।”