सदन में सबसे अधिक उपस्थित रहे नाना पटोले, 93% अटेंडेंस के साथ टॉप पर, दूसरे नंबर पर केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर
By एसके गुप्ता | Published: April 1, 2019 09:35 AM2019-04-01T09:35:30+5:302019-04-01T09:35:30+5:30
पीआरएस इंडिया की प्रोजेक्ट एसोसिएट अंकिता आनंद ने 'लोकमत समाचार' से विशेष बातचीत में कहा कि 53 सांसदों के कार्यकाल की समीक्षा रिपोर्ट से लोगों को पता चलेगा कि इन्होंने संसद में क्या किया है?
पहले चरण के लिए 91 सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होना है. इन सीटों पर 53 सांसद ऐसे हैं, जो दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं. इन सांसदों के पांच साल के लोकसभा में प्रदर्शन को लेकर पीआरएस इंडिया संस्स्था ने समीक्षा रपट जारी की है. महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट से सांसद नाना पटोले की संसद में उपस्थिति सर्वाधिक 93% रही. भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम चुके पटोले मौजूदा चुनाव में नागपुर से केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को टक्कर देंगे.
समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्री होने के नाते गडकरी लोकसभा और राज्यसभा में प्रश्नों के अनुरू प जवाब देने के लिए उपस्थित रहते थे. इसलिए उनकी लोकसभा में उपस्थिति की समीक्षा नहीं की गई है. इसके बाद नंबर आता है केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का. 16वीं लोकसभा में उनकी 91% उपस्थिति दर्ज की गई. चंद्रपुर से सांसद और यहीं से मैदान में उतरे अहीर ने सदन में 4 निजी विधेयक पेश किए और 115 प्रश्न उठाए.
रामटेक सीट से मौजूदा शिवसेना प्रत्याशी और यहीं सांसद कृपाल तुमाने की लोकसभा में उपस्थिति 85% रही और इन्होंने 488 प्रश्न पूछे. वर्धा सीट से मौजूदा भाजपा प्रत्याशी और यहीं से सांसद रामदास तड़स की लोकसभा में उपस्थिति 82% रही और इन्होंने 492 प्रश्न पूछे. गढ़चिरोली-चिमूर से मौजूदा सांसद और यहीं से भाजपा प्रत्याशी अशोक नेते ने संसद में 536 प्रश्न किए और इनकी उपस्थिति 75% रही. यवतमाल-वाशिम सीट से शिवसेना प्रत्याशी और यहीं से सांसद भावना गवली की उपस्थिति 73% रही और इन्होंने 342 सवाल पूछे.
पीआरएस इंडिया की प्रोजेक्ट एसोसिएट अंकिता आनंद ने 'लोकमत समाचार' से विशेष बातचीत में कहा कि 53 सांसदों के कार्यकाल की समीक्षा रिपोर्ट से लोगों को पता चलेगा कि इन्होंने संसद में क्या किया है? समीक्षा में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू अकेले ऐसे सांसद हैं, जिनकी लोकसभा में उपस्थिति 100% रही है. लेकिन, इन्हें सवाल उठाने और विधेयक पेश करने पर कोई अंक नहीं मिला है. आंध्र प्रदेश की नंदयाल सीट से सांसद एसपीवाई रेड्डी की लोकसभा में सबसे कम उपस्थिति 13% रही है.