स्पेशल ट्रेनों के अभाव में लटक रहे पार्सल, दिल्ली-चेन्नई रूट पर अधिक दिक्कत, लोग परेशान
By आनंद शर्मा | Published: January 19, 2021 02:44 PM2021-01-19T14:44:41+5:302021-01-19T14:45:50+5:30
पार्सल स्पेशल ट्रेन के नाम पर केवल निजामुद्दीन-रेनीगुंटा ट्रेन ही चलाई जा रही है. इस ट्रेन से बड़े पैमाने पर पार्सल आते हैं. ट्रेन का हॉल्ट टाइम महज 10 मिनट का होने से सभी पार्सल की अनलोडिंग/लोडिंग संभव नहीं हो पाती है.
नागपुर: कोविड लॉकडाउन के वक्त भले ही ट्रेनों के पहिये कुछ दिनों के लिए थम गए थे, लेकिन अनलॉक प्रक्रिया में अब धीरे-धीरे ट्रेनों की संख्या बढ़ने लगी है.
इसी के साथ ट्रेन से पार्सल भेजने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. हालांकि, सामान्य दिनों की तुलना में कोविड काल यानी वर्तमान में ट्रेनों की संख्या काफी कम होने से यह पार्सल अब संबंधित रेलवे स्टेशनों/पार्सल कार्यालयों में लटक रहे हैं. इससे पार्सल बुक कराने वालों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. बावजूद इसके रेल प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है.
वह इस बात से ही खुश है कि उसका अप्रैल से दिसंबर 2020 तक का पार्सल लोडिंग एवं अर्निंग टारगेट लगभग पूरा हो गया है. आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर से चारों दिशाओं जैसे दिल्ली, चेन्नई, मुंबई और हावड़ा के लिए ट्रेनें गुजरती हैं. कोविड महामारी के पूर्व तक नागपुर रेलवे स्टेशन से रोजाना औसतन 100 ट्रेनों से पार्सल भेजे जाते थे.
लेकिन कोविड महामारी के चलते वर्तमान में औसतन 40-45 ट्रेनें ही नागपुर से गुजर रही हैं. इनमें मूलत: नागपुर से चलने वाली ट्रेनें भी शामिल हैं. इसमें भी दिल्ली-चैन्नई रेल मार्ग पर गिनती की ट्रेनें जैसे जीटी एक्सप्रेस, तमिलनाडु एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, केरला एक्सप्रेस आदि ही चल रही हैं.
पार्सल स्पेशल ट्रेन के नाम पर केवल निजामुद्दीन-रेनीगुंटा ट्रेन ही चलाई जा रही है
पार्सल स्पेशल ट्रेन के नाम पर केवल निजामुद्दीन-रेनीगुंटा ट्रेन ही चलाई जा रही है. इस ट्रेन से बड़े पैमाने पर पार्सल आते हैं. ट्रेन का हॉल्ट टाइम महज 10 मिनट का होने से सभी पार्सल की अनलोडिंग/लोडिंग संभव नहीं हो पाती है. इससे यह पार्सल रेलवे के पार्सल कार्यालय में पड़े रहते हैं.
अन्य यात्री ट्रेनों के एसएलआर के दरवाजे और सील खुलने में कभी-कभी इतना वक्त लग जाता है कि ट्रेन के रवाना होने का समय हो जाता है. इससे भी पार्सल की लोडिंग/अनलोडिंग नहीं हो पाती है. बॉक्स चार्जशीट के डर से जल्दी लगा रहे सील पार्सल स्पेशल ट्रेन हो या यात्री ट्रेन की एसएलआर बोगी, इनमें पार्सल चढ़ाने या उतारने में कुछ वक्त लगता है.
ट्रेनों को सही समय पर चलाने पर रेलवे बोर्ड की ओर से जोर दिया जा रहा
चूंकि ट्रेनों को सही समय पर चलाने पर रेलवे बोर्ड की ओर से जोर दिया जा रहा है, ऐसे में पार्सल की लोडिंग/अनलोडिंग के लिए ट्रेन को कुछ मिनट के लिए रोकने पर संबंधित रेल कर्मचारियों को चार्जशीट दी जा रही है. चार्जशीट के डर से रेलवे स्टाफ पार्सल की लोडिंग/अनलोडिंग हुई हो या नहीं, ट्रेन के रवाना होने के कुछ मिनट पहले ही पार्सल बोगी पर सील लगाकर ट्रेन को भेज देते हैं.
इससे भी रेलवे पार्सल कार्यालय में पार्सल लटके रहते हैं. बॉक्स मुंबई-हावड़ा रूट पर समस्या कम मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग पर दो पार्सल स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं. इनमें मुंबई-हावड़ा और हावड़ा-पोरबंदर पार्सल स्पेशल ट्रेनों का समावेश है. इसके अलावा अन्य ट्रेनों से भी पार्सल भेजे जा रहे हैं.
आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि इस रूट पर पार्सल समय पर भेजने में कोई खास दिक्कत महसूस नहीं हो रही है. हालांकि, नागपुर-अहमदाबाद प्रेरणा एक्सप्रेस के नहीं चलने से इस रूट के कुछ पार्सल लटक रहे हैं. बॉक्स पार्सल चार्ज को लेकर असमंजस रेलवे के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि रेलवे पार्सल चार्ज का रेट बढ़ने के बजाय पहले से औसतन 25-30 फीसदी कम हुआ है.
पार्सल स्पेशल ट्रेनों के रेट भी कम हैं. वहीं, बाइक का पार्सल बुक कराने आने वाले कुछ लोगों ने कहा कि रेट पहले से बढ़ गए हैं. ऐसी सूरत में पार्सल चार्ज बढ़ा है या नहीं, इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.