नागौर लोकसभा सीटः यहां मुकाबला हनुमान बेनीवाल बनाम ज्योति मिर्धा, गेम चेंजर राजपूतों को रिझाने में जुटे दल
By रामदीप मिश्रा | Published: May 1, 2019 03:03 PM2019-05-01T15:03:11+5:302019-05-01T15:03:11+5:30
नागौर लोकसभा सीटः राजपूतों को रिझाने के लिए जिले के डीडवाना में राजपूत समाज की एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक के बाद कांग्रेस की ओर से दावा किया जा रहा है कि राजपूत समाज ज्योति मिर्धा को समर्थन देने जा रहा है।
राजस्थान में इस समय भीषण गर्मी के बीच सियासी पारा चढ़ा हुआ है। सूबे की नागौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस और एनडीए प्रत्याशी मतदाताओं को आकर्षित करने में जुटे हुए हैं। दोनों ही दल राजपूतों पर फोकस कर रहे हैं। इस सीट पर कांग्रेस ने ज्योति मिर्धा को और एनडीए ने हनुमान बेनीवाल को मैदान में उतारा है। दोनों के बीच में कड़ी टक्कर देखी जा रही है।
राजपूतों को रिझाने के लिए जिले के डीडवाना में राजपूत समाज की एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक के बाद कांग्रेस की ओर से दावा किया जा रहा है कि राजपूत समाज ज्योति मिर्धा को समर्थन देने जा रहा है। वहीं पिछले दिनों कुचामन में राजपूत समाज की बैठक हुई थी, जिसके बाद बीजेपी ने दावा किया था कि समाज उसे समर्थन देगा।
दोनों ही पार्टियां राजपूत वोटबैंक हासिल करना चाह रही हैं। नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में मुसलमान और जाट समाज के मतदाता अधिक हैं, लेकिन यहां सबसे बड़ी खासियत यह है कि राजपूत, अनुसूचित जाति और मूल ओबीसी मतदाता निणार्यक भूमिका में रहते हैं।
बताते चलें कि बीजेपी ने इस चुनाव में नागौर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है क्योंकि उसने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से गठबंधन किया है और आरएलपी के संस्थापक हनुमान बेनीवाल पर भरोसा जताया है। बीजेपी सूबे में अन्य 24 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि नागौर सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार ज्योति मिर्धा को बनाया है और उनकी टक्कर हनुमान बेनीवाल से है। राजस्थान की नागौर लोकसभा सीट से बीजेपी की ओर से वर्तमान सांसद सीआर चौधरी हैं, जिन्होंने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में कांग्रेस की ज्योति मिर्धा को मात्र 75, 218 वोटों से हराया था।