मुजफ्फरपुर केस: वामदलों और विपक्षियों ने किया बिहार बंद, सड़कों पर दिखा उग्र प्रदर्शन
By एस पी सिन्हा | Published: August 2, 2018 08:34 PM2018-08-02T20:34:46+5:302018-08-02T20:34:46+5:30
इन दलों को केंद्र की नीतियों, प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं, मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह कांड तथा दलितों-कमजोर वर्गों पर अत्याचार और नीतीश सरकार के दो मंत्रियों की बर्खास्तगी की मांग को भी जोर शोर से उठाते हुए सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया.
पटना 2 अगस्त: बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित बालिका अल्पवास गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के विरोध में वामदलों और विपक्ष द्वारा घोषित बिहार बंद का पूरे राज्य में मिलाजुला असर देखने को मिला. बंद को राजद, कांग्रेस, हम, समाजवादी पार्टी और लोकतांत्रिक जनता दल ने भी खुला समर्थन दिया था. बंद के समर्थन में विपक्षी दल के समर्थक व कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर निकल गए थे.
इन दलों को केंद्र की नीतियों, प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं, मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह कांड तथा दलितों-कमजोर वर्गों पर अत्याचार और नीतीश सरकार के दो मंत्रियों की बर्खास्तगी की मांग को भी जोर शोर से उठाते हुए सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया. आरा, गया, जहानाबाद, शेखपुरा, नालंदा, नवादा, सहरसा, लखीसराय, दरभंगा समेत राज्य के अन्य जिलों में भी वाम दलों के समर्थकों ने कई स्टेशनों पर ट्रेनें रोक दी और सड़क जाम कर दिया. मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के इलाकों में दुकानें पूरी तरह बंद रहीं. नवादा में भाकपा- माले के कार्यकर्ताओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया है. उधर, सिवान में भी माले कार्यकर्ता सड़क पर उतर चुके हैं.
राजद कार्यकर्ता किशनगंज में बस स्टैंड के समीप एनएच 31 को जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलनकारियों ने मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में एनएच 107 मुख्य मार्ग पर बेंगापुल को जामकर प्रदर्शन किया. मधेपुरा शहर के कर्पूरी चौक को भी जाम कर प्रदर्शन किया गया. सुपौल में भी बंद के समर्थन में विपक्ष सड़क पर उतरा. दरभंगा के लहेरियासराय स्टेशन पर वामपंथी पार्टी भाकपा ने जानकी एक्सप्रेस का चक्का जाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. जहानाबाद में वामदलों के संयुक्त बिहार बंद को लेकर पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस को रोक सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी हुई. वामदलों के बिहार बंद के ऐलान के बाद पटना में निजी स्कूल बंद रहे. नालंदा में वामदलों ने रेल चक्का जाम किया और अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
मुजफ्फरपुर कांड को लेकर विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग कर रहा है, साथ ही सीबीआई जांच हाईकोर्ट की मॉनीटरिंग में कराने की मांग भी की जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बंद का समर्थन कर रहे राजद के समर्थकों ने ब्रजेश ठाकुर के घर के पास पहुंचने की कोशिश की जबकि पटना में भी बंद के दौरान कार्यर्ताओं ने मंत्री मंजू वर्मा के आवास को निशाना बनाया. इसे देखते हुए मंत्री मंजू वर्मा के घर के बाहर की सुरक्षा बढा दी गई है. इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर के घर का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान दोनों जगहों पर पुलिस की तैनाती कर दी है. इस बीच विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने बंद का समर्थन करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मामले में इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश नैतिकता की बात करते हैं और इस घिनौने मामले पर चुप हैं. हम उनकी चुप्पी तुड़वा कर रहेंगे.
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