मुजफ्फरपुर कांडः मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके परिजनों पर ED का कसता जा रहा शिकंजा
By एस पी सिन्हा | Published: December 28, 2018 08:08 PM2018-12-28T20:08:48+5:302018-12-28T20:08:48+5:30
प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक प्रवीण कुमार झा ने मुजफ्फरपुर डीटीओ को पत्र लिखकर उन गाड़ियों के ब्यौरा समेत सभी कागजात मांगे हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने जिला परिवहन विभाग से बालिका गृह कांड के किंगपिन ब्रजेश ठाकुर की गाडियों का ब्यौरा मांगा है.
बिहार के मुजफ्फरपुर बालिकागृह यौन उत्पीड़न कांड में ब्रजेश ठाकुर और उसके परिजनों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. इस कांड के मुख्य अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का शिकंजा कसता जा रहा है. अब इस मामले में ईडी ने ब्रजेश ठाकुर और उसके सगे सम्बन्धियों एवं एनजीओ की जितनी भी गाड़ियां उसके पास थी सभी का ब्योरा मांगा है.
प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक प्रवीण कुमार झा ने मुजफ्फरपुर डीटीओ को पत्र लिखकर उन गाड़ियों के ब्यौरा समेत सभी कागजात मांगे हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने जिला परिवहन विभाग से बालिका गृह कांड के किंगपिन ब्रजेश ठाकुर की गाडियों का ब्यौरा मांगा है. इसके लिए प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक निदेशक प्रवीण कुमार झा ने जिला परिवहन पदाधिकारी को पत्र लिखा है.
डीटीओ नाजिर अहमद ने बताया कि रिपोर्ट तैयार कर ईडी को दी जाएगी. ईडी के पत्र के अनुसार, ब्रजेश व उसके परिजनों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच हो रही है. कुछ गाड़ियां ब्रजेश ठाकुर और पत्नी आशा देवी के नाम से भी हैं. इसकी जांच की जा रही है. दोनों के नाम से रजिस्टर्ड गाडियों का पूरा ब्योरा मांगा गया है. गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र के साथ डीटीओ कार्यालय में जमा दस्तावेज मांगे गए हैं.
ईडी के सहायक निदेशक ने ब्रजेश के बेटे राहुल आनंद व बेटी निकिता आनंद के नाम पर खरीदी गई गाड़ियों का भी ब्योरा प्रमाण पत्र के साथ मांगा है. यहां बता दें कि 24 और 26 दिसंबर को ईडी ब्रजेश के बेटे और पत्नी से पटना स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में संपत्ति को लेकर पूछताछ कर चुकी है.
डीटीओ नजीर अहमद ने बताया कि ऐसी 35 गाड़ियों का ब्यौरा मांगा गया है. इनमें पांच गाड़ियां सही हैं, लेकिन शेष 30 गाड़ियों का पता नहीं चल रहा है. डीटीओ ने बताया कि इनमें से अधिकतर गाडियां गुम या डिसमेंटल कर दी गई हैं, ताकि उनका कोई पता नहीं चले. पर परिवहन विभाग के दस्तावेजों में वे गाड़ियां अस्तित्व में हैं.
मुजफ्फरपुर डीटीओ ने प्रवर्तन निदेशालय को ब्यौरा भेजने के लिए तैयारी कर ली है. बता दें कि हाल ही में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने स्पेशल पास्को कोर्ट में चार्जशीट फाइल की थी. 21 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गई थी. ब्रजेश ठाकुर मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में रहने वाली 34 बच्चियों से रेप के मामले में मुख्य आरोपी है. इससे पहले पुलिस ने ब्रजेश ठाकुर समेत 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. सीबीआई 28 जुलाई से बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड की जांच कर रही है.