बोले केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, AMU में जिन्ना की तस्वीर चाहने वाले मुसलमान अपने पूर्वजों का कर रहे हैं अपमान
By भाषा | Published: May 7, 2018 03:52 AM2018-05-07T03:52:29+5:302018-05-07T03:52:29+5:30
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर विवाद छिड़ गया था जिसे भाजपा नेताओं ने हटाने की मांग की है।
नई दिल्ली, 7 मईः जिन्ना विवाद में दखल देते हुए केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान के संस्थापक की तस्वीर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में लगाने का समर्थन करने वाले मुसलमान अपने पूर्वजों का अपमान कर रहे हैं, जिन्होंने जिन्ना की विचारधारा को ठुकरा दिया था। विदेश राज्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखे एक पोस्ट में कहा कि आज अपने पूर्वजों के कारण वे भारतीय हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर विवाद छिड़ गया था जिसे भाजपा नेताओं ने हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि जनता के धन से बने संस्थान में भारत विभाजन के जिम्मेदार व्यक्ति की तस्वीर लगाना स्वीकार्य नहीं है।
उधर, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने भी इसी मुद्दे पर आज अलीगढ़ में कहा कि जिन्ना ने देश को बर्बाद किया था। वीके सिंह ने कहा, 'अगर आप मुसलमान नहीं है और इस कारण तस्वीर लगाने का समर्थन करते हैं कि इसके खिलाफ प्रदर्शन आपकी स्वतंत्रता को खत्म करता है तो आपको सोचना चाहिए कि क्या आप अपने घर की दीवारों पर ऐसे व्यक्ति की तस्वीर लगाना चाहेंगे जिसके हाथ आपके सगे लोगों के खून से सने हों।'
मंत्री ने कहा, 'नि:संदेह स्वतंत्रता हर किसी का अधिकार है। लेकिन हम भूल जाते हैं कि इसे हासिल करने के लिए कितने लोगों ने खून बहाया। आप जिस तरीके से अपनी स्वतंत्रता का इस्तेमाल कर रहे हैं क्या उससे वे गौरवान्वित महसूस करेंगे?'
पूर्व सेना प्रमुख ने कहा, 'अगर आप मुसलमान हैं और अपनी दीवारों पर जिन्ना की तस्वीर देखना चाहते हैं तो यह आपके पूर्वजों का घोर अपमान है जिन्होंने उनकी विचारधारा ठुकरा दी थी। आप उनके कारण आज भारतीय हैं।' उधर, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने आज अलीगढ़ में कहा कि जिन्ना ने देश को बर्बाद किया था। साथ ही उन्होंने कहा कि बंटवारे के समय हिन्दू, मुस्लिम, सिख एवं ईसाई सभी वर्गों को भारी नुकसान हुआ था। उन्होंने कहा कि जितने भी महापुरूष भारत देश में पैदा हुए उन्होंने सुशासन की स्थापना के लिए काम किया था।