मुस्लिम संगठनों ने की अपील- बकरीद पर ना करें गाय कुर्बान, दूसरों की भावनाओं को आहत करना इस्लाम के खिलाफ
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 17, 2018 05:41 AM2018-08-17T05:41:06+5:302018-08-17T05:43:01+5:30
देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने बकरीद को लेकर एक फैसला लिया है। खबर के अनुसार मुसलमानों से बकरीद के मौके पर गाय या बैल की कुर्बानी ना करने की अपील की है।
देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने बकरीद को लेकर एक फैसला लिया है। खबर के अनुसार मुसलमानों से बकरीद के मौके पर गाय या बैल की कुर्बानी ना करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि मजहब के नाम पर किसी भी धर्म की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना इस्लाम के खिलाफ है।
ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी, जमात-ए-इस्लामी के अध्यक्ष मौलाना जलालुद्दीन उमरी आदि ने इस पर अलील की है। इन्होंने मुसलमानों से कहा है कि हर साल की तरह इस साल भी बकरीद के मौके पर गोकशी से परहेज करें।
मुसलमानों से कहा गया है कि वह गलियों में या सड़कों पर अथवा सार्वजनिक स्थानों पर बकरीद पर कुर्बानी बिल्कुल ना करें। ताकि आम लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो। अपने घरों, बूचड़खानों या बड़े मदरसों में ही कुर्बानी की जाए। साथ ही ये भी अपील की है कि इस दौरान की कोई भी फोटो खींच तक सोशल मीडिया पर भी ना डाली जाए।
मुसलमों से ही भी कहा है कि हमें ये याद रखना चाहिए कि हम हिंदुस्तानी मुस्लिम हैं। हमें अपने पड़ोसी का भी ध्यान रखना चाहिए। हमारे पड़ोसी हिन्दू हैं और वे गाय की पूजा करते हैं, लिहाजा हमें उनके दिल को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिये। ऐसे में सभी से अपील की जा रही है कि इस बार भी बकरीद पर गाय की कुर्बानी ना करें।
हमारे देश में कई चीजों से बहुसंख्यक लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। हमें गैर मुस्लिम लोग इज्जत देते हैं तो हमें भी उनके जज्बात का एहतराम करना चाहिये। ऐसा तो जरुरी है नहीं कि बकरीद पर गाय की ही कुरबानी दी जाए। जबकि अल्लाह ने बकरे समेत अन्य हलाल जानवरों पर भी कुर्बानी जायज मानी है। शिया समाज तो हमेशा से बकरीद में गाय की कुर्बानी से परहेज करता है। बाकी मुसलमानों से भी अपील है कि वे भी ईद-उल-अजहा के मौके पर गोकशी ना करें।