मुंबई में CAA, NRC, NPR के खिलाफ महामोर्चा, आजाद मैदान में हजारों लोग हुए इकट्ठा
By भाषा | Published: February 16, 2020 07:23 AM2020-02-16T07:23:55+5:302020-02-16T07:23:55+5:30
मुंबई के विभिन्न हिस्सों, नवी मुम्बई, ठाणे जैसे उपनगरीय क्षेत्रों और महराष्ट्र के अन्य हिस्सों से लोग इस प्रदर्शन में पहुंचे थे। तिरंगा लहराते हुए और सीएए-एनआरसी-एनपीआर की निंदा करने वाली तख्तियां अपने हाथों में लिये प्रदर्शनकारियों ने ‘मोदी, शाह से आजादी’ सीएस और एनआरसी से आजादी’ जैसे नारे लगाये।
मुंबई के आजाद मैदान में शनिवार को उर्दू कवि फैज अहमद की लोकप्रिय कविता ‘हम देखेंगे’ के पाठ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी के बीच बड़ी संख्या में महिलाओं समेत हजारों लोगों ने सीएए-एनआरसी-एनपीआर व्यवस्था के खिलाफ आह्वान दिया।
‘नेशनल एलायंस एगेंस्ट द सिटीजन एमेंडमेंट एक्ट (सीएए), प्रोपोज्ड नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (एनआरसी) एंड नेशनल पोपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर)’ की महाराष्ट्र इकाई ने इस ‘महा-मोर्चा’ प्रदर्शन का आयोजन किया था।
मुंबई के विभिन्न हिस्सों, नवी मुम्बई, ठाणे जैसे उपनगरीय क्षेत्रों और महराष्ट्र के अन्य हिस्सों से लोग इस प्रदर्शन में पहुंचे थे। तिरंगा लहराते हुए और सीएए-एनआरसी-एनपीआर की निंदा करने वाली तख्तियां अपने हाथों में लिये प्रदर्शनकारियों ने ‘मोदी, शाह से आजादी’ सीएस और एनआरसी से आजादी’ जैसे नारे लगाये।
प्रदर्शनकारियों ने यह कहते हुए (एनपीआर या ऐसे किसी अन्य कवायद के दौरान) दस्तावेज नहीं दिखाने का संकल्प लिया कि वे अनादि काल से भारत के नागरिक हैं। इस मौके पर सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किये गये। उन्होंने मांग की कि संसद के सत्र में इस नये नागरिकता कानून को वापस लिया जाए।