देवेंद्र फड़नवीस बोले-अनिल देशमुख पर शरद पवार के दावे झूठे, नागपुर से मुंबई का सफर चार्टर्ड प्लेन से किया था
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 23, 2021 03:57 PM2021-03-23T15:57:44+5:302021-03-23T15:59:14+5:30
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने दावा किया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख की जांच में कोविड-19 की पुष्टि होने के बाद उनके क्रियाकलाप के बारे में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को सही सूचना नहीं दी गई।
मुंबईः महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने अनिल देशमुख पर लगे वसूली के आरोपों को लेकर उद्धव सरकार पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि एंटीलिया केस में कई गंभीर तथ्य सामने आए हैं। वहीं, अनिल देशमुख के बचाव पर फड़नवीस ने एनसीपी चीफ शरद पवार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने शरद पवार के देशमुख के पक्ष में दिखाए गए प्रमाणों पर ही सवाल खड़े करे दिए हैं।
फड़नवीस ने इस पूरे मामले में कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम होने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि वह आज दिल्ली जाकर गृह सचिव से मामले की सीबीआई जांच किए जाने की मांग करेंगे।पूर्व सीएम ने कहा कि एनसीपी चीफ शरद पवार ने भले ही महाराष्ट्र के गृह मंत्री और अपनी पार्टी के नेता अनिल देशमुख के बचाव में सोमवार को अस्पताल का पर्चा दिखाया था, लेकिन उनके इस 'प्रमाण' पर ही सवाल उठने लगे हैं। पहले तो अनिल देशमुख के 15 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात सामने आई थी, लेकिन इस पर खुद होम मिनिस्टर ने सामने आकर कहा था कि मैंने अस्पताल से निकलकर बात की थी।
लेकिन विवाद यही नहीं थमा और उनका एयर टिकट वायरल होने लगा, जिसके मुताबिक उन्होंने नागपुर से मुंबई का सफर चार्टर्ड प्लेन से किया था। अब बीजेपी लीडर देवेंद्र फड़नवीस ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं और शरद पवार पर भी निशाना साधा है। देवेंद्र फड़नवीस का कहना है कि चार्टर्ड प्लेन से अनिल देशमुख ने नागपुर से मुंबई का सफर 15 फरवरी को किया था।
इसके अलावा अनिल देशमुख 16 से 27 फरवरी के दौरान होम आइसोलेशन में भी नहीं थे। देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि मेरे पास पेन ड्राइव में पूरा डेटा भी है, जो 3.6 जीबी का है। देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि वह पूरे मामले की सीबीआई से जांच की मांग करेंगे और इस संबंध में दिल्ली जाकर गृह सचिव से मुलाकात करेंगे।
फड़नवीस ने शरद पवार पर सीधे तौर पर निशाना नहीं साधा, लेकिन कहा कि एनसीपी की ओर से उन्हें गलत जानकारी दी गई थी और उनके मुंह से गलत बातें करवाई गईं। उन्होंने बताया, 'पुलिस के पास मौजूद वीआईपी मूवमेंट के रिकॉर्ड के मुताबिक अनिल देशमुख 17 फरवरी को शायदरी गेस्ट हाउस गए थे और 24 फरवरी को मंत्रालय। वह 15 से 27 फरवरी तक होम क्वॉरंटीन में थे और अधिकारियों से मिले, वह आइसोलेशन में नहीं थे। मुझे लगता है पवार साहब को गलत जानकारी दी गई।'