पटना: सरकारी और प्राइवेट कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले गैंग को पुलिस ने किया गिरफ्तार

By एस पी सिन्हा | Published: January 8, 2021 08:55 PM2021-01-08T20:55:06+5:302021-01-08T20:57:15+5:30

पटना से पकड़े गये छह ठग फर्जी वेबसाइट बनाकर टेंडर देने के नाम ठगी किया करते थे। इन सभी को मुंबई पुलिस ने पटना से किया है।

Mumbai cyber police 6 arrest for creating 123 fake sites to dupe citizens | पटना: सरकारी और प्राइवेट कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले गैंग को पुलिस ने किया गिरफ्तार

(फाइल फोटो)

Highlightsहू-ब-हू फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को फंसाते थे ये सभी ठग। आम लोग आसानी से इन ठगों के जाल में फंस जाया करते थे।मुंबई पुलिस के मुताबक इस गैंग ने अभी तक दस हजार से ज्यादा लोगों के साथ करोडों की ठगी की है।

पटना,8 जनवरी। मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने बिहार राजधानी पटना के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर फर्जी वेबसाइट बनाकर टेंडर देने के नाम ठगी करने वाले गिरोह के छह लोगों को गिरफ्तार किया और अपने साथ ले गई है। यह काम इतनी बारीकी से किया जाता था कि आम लोग आसानी से जाल में फंस जाते थे। लोग टेंडर लेने के लालच में धीरे-धीरे इस ट्रैप में फंसते जाते और बाद में ठगी के शिकार हो जाते थे।

 सरकारी वेबसाइट की हू-ब-हू फर्जी वेबसाइट को तैयार करते थे। इसमें सरकारी संस्थान के नाम के बाद एनआइसी डॉट इन की जगह एनआइसी डॉट ओआरजी शब्द का इस्तेमाल किया जाता था। बताया जा रहा है कि यह सभी टेंडर दिलाने के नाम पर करोडों रुपये की ठगी करते थे। इनका एक गिरोह अलग-अलग राज्यों में सक्रिय है। वे विभिन्न सरकारी संस्थानों की फर्जी वेबसाइट तैयार करते थे। इसके बाद वेबसाइट पर टेंडर का नोटिफिकेशन जारी करते थे। 

पटना से पकड़े गये छह ठगों में दो की जानकारी सामने आई है, जो रविशंकर कुमार व डॉली शर्मा हैं। इनकी गिरफ्तारी मुंबई के गोरेगांव के एक व्यक्ति की शिकायत पर की गई है। एजेंसी लेने के बदले इच्छुक व्यक्ति को करीब 30 लाख रुपये के निवेश करने की बात थी। लेकिन आरोपितों की तरफ से शिकायतकर्ता को यह भी बताया गया कि सरकार की तरफ से इस एजेंसी को लेने के लिए उन्हें लोन भी आसानी से मिलेगा। 

इसके लिए कुछ राशि ऑनलाइन ट्रांसफर करना होगा। इसके बाद शिकायतकर्ता उसकी बातों में आ गया और 3.66 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिये। लेकिन जब उन्हें गैस एजेंसी नहीं मिली तो उन्होंने साइबर पुलिस से इसकी शिकायत की। बताया जाता है कि गोरेगांव के रहने वाले शिकायतकर्ता ने मुंबई पुलिस को बताया कि इंटरनेट पर गैस एजेंसी को लेकर लिंक मिला। वहां से उसे एक फोन नंबर मिला। 

शिकायतकर्ता ने जब उस नंबर पर फोन किया तो उन्हें बताया गया कि संबंधित वेबपेज पर एक फॉर्म मिलेगा, उसमें सारी व्यक्तिगत जानकारी लिख कर भेज दें। इसके बाद वह ठगी के शिकार हो गये। उनके शिकायत के बाद हरकत में आई मुंबई पुलिस ने इसका भंडाफोड किया है।

Web Title: Mumbai cyber police 6 arrest for creating 123 fake sites to dupe citizens

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