मुंबई एयरपोर्ट बन गया है भारत में सोने की तस्करी का सबसे बड़ा केंद्र! 11 महीने में पकड़ा गया 360 करोड़ रुपये का सोना
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 4, 2023 11:32 AM2023-04-04T11:32:32+5:302023-04-04T11:40:48+5:30
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पिछले 11 महीनों में 604 किलो सोना पकड़ा गया है। यह देश में किसी भी एयरपोर्ट पर तस्करी के सामने आने वाले आंकड़ों से कहीं ज्यादा बड़ा है।
मुंबई: देश की औद्योगित राजधानी कहे जाने वाले मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट से केवल 11 महीने में 604 किलो सोना पकड़ा गया है जिसकी कीमत करीब 360 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह आंकड़ा इतना बड़ा है मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट एक तरह से देश में सोने की तस्करी का सबसे बड़ा केंद्र उभरता नजर आ रहा है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इतनी ही अवधि में 374 किलो जबकि चेन्नई में 306 किलो अवैध सोना पकड़ा गया है। कस्टम डिपार्टमेंट ने इन आंकड़ों का खुलासा किया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कस्टम अधिकारी बताते हैं कि सोने के तस्करों के लिए मुंबई मुख्य रूप से एक 'ट्रांजिट हब' की तरह है क्योंकि यहां कीमती धातुओं के लिए एक बड़ा बाजार है। इसके अलावा जौहरियों सहित कई सिंडिकेट हैं जो ऐसे रैकेट चलाने चलाने वालों को वित्त मुहैया कराते हैं। इसके अलावा तीन अन्य मेट्रो शहर दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई भी अंतरराष्ट्रीय मार्गों के लिए तस्करों की पसंद हैं। हैदराबाद में भी सोने की तस्करी के मामलों में हाल में वृद्धि देखी गई है। यहां पिछले साल जब्त किए गए 55 किलो सोने की तुलना में इस बार 124 किलो सोना जब्त किया गया है।
कोरोना महामारी से पहले 2019-20 में, दिल्ली हवाई अड्डे पर 494 किलोग्राम तस्करी का सोना, मुंबई में 403 किलोग्राम और चेन्नई में 392 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था। साल 2020-21 के दौरान सोने की तस्करी में जब काफी कमी आई, तो उस समय चेन्नई हवाई अड्डे पर 150 किलो, कोझिकोड में 146.9 किलो, दिल्ली में 88.4 किलो और मुंबई में 87 किलो की तस्करी वाले रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था।
मुंबई में अक्टूबर-2022 से 20 विदेशी नागरिक पकड़े गए
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अक्टूबर-2022 से सोने की तस्करी के मामले में 20 विदेशी नागरिक भी पकड़े गए हैं। इसी साल 10 फरवरी को कस्टम अधिकारियों ने केन्या के दो नागरिकों को तस्करी के आरोप में पकड़ा। साथ ही एक अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन के एक क्रू सदस्य को भी पकड़ा गया था। इन्हें 9 करोड़ रुपये के करीब 18 किलो सोने की तस्करी में मदद के लिए पकड़ा गया था।
इस साल मुंबई में सबसे बड़ी खेप 23 जनवरी को पकड़ी गई जब डीआरआई ने करीब 22 करोड़ रुपये के मूल्य का 37 किलो सोना पकड़ा। साथ ही 2.3 करोड़ कैश भी एक जौहरी के पास से जब्त किया गया।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के अनुसार कोविड से पहले की अवधि की तुलना में भारत में 2022 में कीमती धातु की तस्करी 33% बढ़कर 160 टन हो गई है। इसके पीछे एक वजह आयात शुल्क का 7.5% से बढ़कर 12.5% हो जाना भी जानकर बताते हैं। अब अतिरिक्त 3% जीएसटी के साथ उपभोक्ता रिफाइंड गोल्ड पर 18.45% कर का भुगतान करते हैं।
अधिकारियों का कहना है कि देश में सोने की कीमतों के 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम को पार करने के साथ सोने की तस्करी से 'लाभ' भी 15% से बढ़कर 20% हो गया है।
बता दें कि भारत अब पुरुषों को 20 ग्राम सोना और महिलाओं को 40 ग्राम कानूनी रूप से लाने की अनुमति देता है। दिसंबर 2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा जारी 'स्मगलिंग इन इंडिया 2021-22' रिपोर्ट में बताया गया था कि 2021-22 में जब्त किए गए सभी सोने का 37% म्यांमार से और 20% पश्चिम एशिया से आया था। तस्करी के कुल पकड़े गए सोने का कुल 73% म्यांमार और बांग्लादेश के रास्ते से लाया गया था। वहीं, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार भारत में अवैध रूप से आने वाले सोने की जब्ती दर केवल 2% है।